नापासर टाइम्स। राजस्थान में बिपरजॉय तूफान की एंट्री के साथ ही के लिए भी यलो अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार दोपहर बीकानेर में भी बारिश शुरू हो गई दोपहर आम लोगों को तूफान के समय घर में रहने की सलाह दी गई है, वहीं खुले में पड़े सामान को सुरक्षित स्थान पर रखने की चेतावनी जारी की गई है। दरअसल, बीकानेर में शुक्रवार को तेज बारिश और शनिवार को बहत तेज बारिश की आशंका पूर्व में जताई जा चुकी है
बहुत तेज बारिश की आशंका पूर्व में जताई जा चुकी है। शुक्रवार सुबह तक बादलों की आवाजाही कुछ खास नहीं रहने से राहत की सांस ली जा रही है। उधर, भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ के जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है ताकि तूफान के बीच कोई घुसपैठ नहीं करें।
मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी में बीकानेर संभाग में 16 से 18 जून तक लगातार बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसमें सोलह व सत्रह को कार जिले में बारिश की आशंका है। फिलहाल जिस तरह से बादल बीकानेर में छाए हुए हैं, उससे बहुत तेज बारिश की उम्मीद नहीं की जा रही है। सुबह दस बजे मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी में भी बीकानेर का जिक्र नहीं किया गया है। मौसम विभाग ने जैसलमेर, बाडमेर, नागौर, जालौर, पाली, सिरोही व जोधपुर में तेज बारिश की आशंका जताई है।
बीकानेर में गुरुवार को बिपरजॉय का कुछ असर देखने को मिला था। एक बार आंधी शुरू हुई और हल्की बूंदाबांदी भी जयपुर रोड पर हुई। कुछ ही देर में आंधी और बारिश दोनों गायब हो गए। रात में मौसम साफ रहा। सुबह दस बजे बाद बादल तो आए लेकिन बिना बरसे ही रहे।
बीएसएफ अलर्ट मोड पर
उधर, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने सीमा पर अपनी तैनाती बढ़ा दी है। तेज आंधी और बारिश के दौरान कोई घुसपैठियां न घुस सके, इसके लिए प्लानिंग की गई है। बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि वैसे तो हमेशा ही बीएसएफ बॉर्डर पर सख्त रहता है लेकिन तूफान के कारण इसे और पुख्ता कर दिया गया है। किसी तरह के तूफान से निपटने में बीएसएफ के जवान तैयार है। दरअसल, तूफान के दौरान ही तस्करी करने वाले सक्रिय हो जाते हैं।