बीकानेर तर-बतर : आधे घंटे में उतरी गर्मी, नाले जाम, सड़कें बन गई नदियां

नापासर टाइम्स। मानसूनी की पहली तेज बारिश ने शुक्रवार शाम को बीकानेर शहर में जोरदार दस्तक दी। लगभग छह बजे मोटी बूंदों के साथ शुरू हुई बूंदाबांदी ने थोड़ी ही देर में बौछारों और अगले कुछ मिनटों में मूसलाधार का रूप ले लिया। चारों राहगीर इधर-उधर शरण लेकर खड़े हो गए लेकिन कुछ ही देर में ढलान वाली सड़कों पर नदियों की तरह पानी बहने लगा। जाम नाले उफन आए और कोटगेट, रेलवे स्टेशन, जूनागढ़, कोठारी हॉस्पिटल, गंगाशहर का चांदमल बाग एरिया, रेलवे ओवरब्रिज के सामने पीबीएम का खुला एरिया आदि स्थानों पर तालाब की तरह पानी जमा हो गया। दो दिन तपाने के बाद शहर में प्रविष्ट हुई इस बारिश का कइयों ने भीगकर स्वागत भी किया। मानसून की पहली बारिश में नहाने का आनंद लेते लोग छतों से लेकर सड़कों तक दिखे।

मेघ मल्हारः ..राजस्थान में भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, उदयपुर सहित 15 जगह भारी बारिश, 197 जगह झमाझम,

मानसूनी बादल लगभग पूरे राजस्थान पर छा गए हैं। शुक्रवार सुबह बीते 24 घंटों में प्रदेश में 197 जगह बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश भीलवाड़ा के सहाड़ा में 106 मिमी दर्ज हुई है। इसी जिले के गंगापुर में 105 मिमी बारिश हुई है। इन दो जगहों सहित भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, उदयपुर, अजमेर, झालावाड़, पाली सहित 15 जगह भारी बारिश से परे इलाके में पानी-पानी उदयपुर, अजमेर, झालावाड़, पाली सहित 15 जगह भारी बारिश से पूरे इलाके में पानी-पानी हो गया है। ये ऐसे स्थान हैं जहां 65 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है। पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिले अब भी बूंदाबांदी या बादलों की आवाजाही ही देख रहे हैं। इसके बावजूद बीकानेर के कोलायत में गुरूवार शाम से देर रात तक 47 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।