कांग्रेस के बड़े नेताओं ने फोन किए,नहीं माने वीरेंद्र बेनीवाल,नही छोड़ेंगे मैदान

    नापासर टाइम्स। नाम वापसी के आखिरी दिन नौ नवंबर को बीकानेर जिले की सात सीटों पर कांग्रेस को महज एक बड़ी राहत मिली और वह है बीकानेर पश्चिम से अब्दुल मजीद खोखर की नाम वापसी। यहां से चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता और मंत्री डा.बी.डी.कल्ला खोखर की बगावत से अपने 10वें चुनाव में असहज महसूस कर रहे थे। कल्ला और उनके परिजनों सहित स्थानीय कांग्रेस नेता खोखर के नामांकन के पहले से ही उन्हें राजी करने की कोशिश में जुटे थे लेकिन वे नहीं माने। इस दौरान खोखर अत्यधिक तनाव के कारण बीमार हो गए। उन्हें हार्ट अटैक आ गया। हल्दीराम हार्ट हॉस्पिटल में भर्ती भी रहे। गुरूवार को आखिकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समझाने पर खोखर ने नाम वापस ले लिया और कल्ला ने राहत महसूस की।

    हालांकि दूसरी ओर लूणकरणसर में कांग्रेस का टिकट कटने से नाराज होकर मैदान में उतरे पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल अपने समर्थकों की ओर से चुनाव लड़ने के लिए दिए गए निर्णय पर अडिग रहे। प्रदेश के बड़े नेताओं की ओर से बार-बार संपर्क साधने के बावजूद गुरूवार को उन्होंन पर्चा वापस नहीं लिया और जोर-शोर से जनसंपर्क में जुटे रहे।