नापासर टाइम्स। भाजपा ने सभी विधायकों को जयपुर बुलाया, नड्डा ने वीसी से बात की, राजनाथ कल आएंगे, सोमवार को चुना जाएगा सीएम राजस्थान में नवनियुक्त विधायकों ने जहां एक ओर फील्ड में जोर-शोर से काम शुरू कर दिया है वहीं मेल-मिलाप, आभार-सत्कार भी लगातार चल रहा है। दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी कई दिनों से जयपुर में हैं। अपने पोते कोलायत विधायक अंशुमानसिंह के साथ भाटी पार्टी के नेताओं-प्रमुख लोगों से मिल रहे हैं। इसी कड़ी में भाटी ने पोते के साथ शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इसे शिष्टाचार भेंट बताया। भाटी ने इलाज के देशी नुसख़ों पर केन्द्रित अपनी पुस्तक भी मिश्र को भेंट की। हालांकि प्रदेश में सीएम फेस को लेकर जोरदार गहमगहमी चल रही है लेकिन यह पहला मौका है जब जीत के बाद भी भाटी शांत दिख रहे हैं। वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले देवीसिंहभाटी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे हस्तिनापुर से बंधे हैं यानी पार्टी के
सीएम चयन की प्रक्रिया तेजः
भाजपा ने प्रदेश में नया मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया तेज कर दी है। शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने राजस्थान के नवनिर्वाचित विधायकों से वीसी के जरिये बात की। हालांकि इस बातचीत में ज्यादातर जिक्र प्रधानमंत्री की विकास संवाद यात्रा सहित पार्टी और सरकार से जुड़े अन्य कार्यक्रमों मे सक्रिय भागीदारी का रहा। इसके साथ ही पार्टी लाइन पर चलने की नसीहत साफ दिखी।
दूसरी ओर भाजपा ने राजस्थान में सीएम चयन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। इनमं रक्षामंत्री राजनाथसिंह शामिल है। राजनाथ रविवार को जयपुर आएंगे। वे यहां नेताओं- प्रमुख पदाधिकारियों से मिलेंगे। विधायकों से भी अलग मीटिंग हो सकती है। सोमवार को विधायक दल की मीटिंग प्रस्तावित है।
विधायक दल की मीटिंग में दो संभावनाएं:
एकः केन्द्र ने सीएम का चेहरा तय कर लिया है तो सबकी राय जानने की औपचारिकता पूरी करने के बाद उस चेहरे पर सभी को सहमत करना।
दोः सभी विधायकों की राय लेने के बाद आलाकमान को उनका मंतव्य बताना। इस मंतव्य के आधार पर आलाकमान की ओर से मिलने वाले निर्देशों के अनुरूप मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करना।