नापासर टाइम्स। भारतमाला (सड़क) एन. एच. – K किसान संघर्ष समिति, बीकानेर द्वारा केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन देकर मुआवजा देने की मांग की गई है,ज्ञापन में बताया कि भारतमाला एन.एच-754 के अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस हाइवे जो बीकानेर जिले के अंदर से निकला है, जिसका लोकार्पण आप करने जा रहे है जो बनकर तैयार हो चुका है। लेकिन किसानों की जमीनों, मकानों, पेड़ों, स्टेक्चर का पैसा सैकड़ों किसानों को आज भी नहीं मिला है। कई किसानो की जमीन रोड़ के बीच आई हुई है। उनका अभी तक अवार्ड भी जारी नहीं हुआ है। जबकि किसानों से वर्ष 2019 में ही जमीने ले ली गई थी। बीकानेर, लूनकरनसर नोखा के किसानों ने एसडीएम, जिला कलैक्टर, प्रोजेक्ट डायरैक्टर हनुमानगढ़ को कई बार किसानों की समस्या से अवगत करवाया, लेकिन आज रोड़ बन कर तैयार हो चुकी है। लेकिन किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई है।
बीकानेर, नोखा, लूनकरनसर के जिन किसानों की फाईलें कलैक्टर से रिवाईज होकर आ गई, जो डेढ़ साल एसडीएम के पास पड़ी हुई है। उनका अनुमोदन है।करवाकर भुगतान करवाने की,जिन किसानों की जमीने रोड में आई हुई है, उनका मुआवजा नहीं मिलाउनका अवार्ड जारी कर भुगतान करवाया जावे, जिन किसानों के खेती के रास्ते रुक गये है उनको रास्ता उपलब्ध करवाया जावे,जिन किसानों के खेतों के दो भाग हो गये है, उनको आने जाने के लिये सर्विस रोड दी जाये, वर्षा के समय में रोड़ का पानी किसानों के खेतों में घुसता है जिससे किसानों के खेतों की फसले खराब हो जाती है इसलिए बरसाती पानी को रोकने की व्यवस्था की जावें।किसानों को डीएलसी रेट से मुआवजा दिया गया है, जबकि आपने रोड़ बनाने से पहले किसानों से वादा किया था, कि डीएलसी की दर से ना देकर बाजार भाव से चार गुणा मुआवजा दिया जावेगा, इसको लेकर इसको लेकर किसानों ने आंदोलन भी किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आप अपने वादे के मुताबिक किसानों को बाजार भाव से चार गुणा मुआवजा दिलाने की कृपा करें। प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधिमंडल में भारतमाला संघर्ष समिति अध्यक्ष छोगाराम तर्ड, प्रभू मूण्ड राणीसर, रामनिवास खाती सहित किसान शामिल रहे।