नापासर टाइम्स। अपने गीत और अंदाज के साथ ही राजनीति में तीखे व्यंग्य बाण चलाने मे माहिर कुमार विश्वास इस मामले में नोखा के मंच से भी नहीं चूके। यहां के पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर को माध्यम बनाकर सरकार पर निशाना साधा। बोले, इस सभा में किसी भी पार्टी पर टिप्पणी करो कोई चिंता नहीं है।
पालिकाध्यक्ष निर्दलीय है। अगला चुनाव भी निर्दलीय ही लड़ने जा रहे हैं। इनको पता है, यह मौका है। निर्दलीय जीतकर सरकार के सलाहकार बन सकते हैं। कैसे बन सकते हैं, इसका खुलासा कुछ यूं किया-सोनियाजी अशोक गहलोत से सलाह लेती है। अशोक गहलोत निर्दलीय विधायक संयम लोढा (सीएम एडवाइजर) से सलाह लेते हैं जिलों की बौछार पर भी कटाक्ष किया। पूछा-नोखा वालों तुम जिला हुए कि नहीं हुए। नहीं हुए तो हो जाओगे।
पुराने गीतों में सुर मिलाया, नयों पर बुदबुदाया:
कुमार विश्वास ने अपने पुराने और श्रोताओं के सबसे पसंदीदा गीतों को तरन्नुम में गाकर लोगों का साथ बटोरा। मसलन:
कोई पत्थर की मूरत है, किसी पत्थर में मूरत है
लो हम ने देख ली दुनिया जो इतनी खूबसूरत है
जमाना अपनी समझे पर मुझे अपनी खबर भी है
तुझे मेरी जरूरत है मुझे तेरी जरूरत है
इस गीत के भी कुछ ही बोले, कुमार ने बोले। बाकी पूरी कविता श्रोताओं ने ही एक सुर में सुना डाली।