अनंत चतुर्दशी कल : घर-घर में विराजे बप्पा की होगी विदाई, भगवान विष्णु की पूजा, महिलाएं करेगी उद्यापन

नापासर टाइम्स। अनंत चतुर्दशी का पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाएगी। महिलाएं उपवास रखेगी। कथा सुनने के बाद उपवास का पारना खोलेंगी। बाजू पर रेशम के धागे से निमित अनंत सूत्र बांधेंगी। अनंत चतुर्दशी का खास महत्व है, क्योंकि इसी दिन सिद्धी-बुद्धि के देवता गणेशजी के महोत्सव की पूर्णाहुति भी होगी। जगह.जगह विराजमान गणेशजी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। घरों में भी भगवान विष्ण की पुजा-अर्चना की जाएगी।

 

पंड़ित राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार सनातन धर्म में भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस अनंत चतुर्दशी पर वृद्धि योग है। शुभ कार्यों के लिए यह सर्वोत्तम माना जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। वस्त्र धारण करके पूजा स्थल पर कलश की स्थापना करेंगें। इसके बाद एक धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से मिलाकर अनंत सूत्र तैयार करेंगे। बाजारों में रेशमी धागों से बने अनंत सूत्र भी मिल जाते है। इनको भगवान विष्णु की तस्वीर या प्रतिमा के सामने रखकर इनकी भी पूजा की जाएगी। मंत्र जाप पूजा के बाद सूत्र को हाथ में बांधना चाहिए। महिलाएं अनंत सूत्र को बाएं हाथ के ऊपर बांधती हैं।

 

गणपति बप्पा की होगी विदाई
गणेश चतुर्थी के दिन से ही शहर में गणेश महोत्सव शुरू हो गया था। अनंत चतुर्दशी के दिन महोत्सव की पूर्णाहुति होगी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में भी गणेश पूजन शुरू किया था। कई मोहल्लों में गणेश महोत्सव को लेकर प्रतिमा बिठाई गई है। गुरुवार को विधवित रूप से पूजा-अर्चना के बाद गणेशजी की प्रतिमाओं का विसर्जन तालाबों में किया जाएगा।