नापासर टाइम्स। राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकटों की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। रविवार रात को केन्द्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में 67 विधानसभा सीटों पर चर्चा होने के साथ ही इनमें 42 सीटों पर एक-एक नाम तय हो गया। अब यह संख्या बढ़ रही है, वजह रात को सीईसी मीटिंग के बाद भी नड्डा, शाह, मोदी के बीच कई देर मीटिंग चली। सोमवार सुबह भी भाजपा के राजस्थान चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी अलग-अलग नेताओं से मिले।
राजस्थान चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची तैयार होने के बावजूद जारी इसलिए नहीं की गई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी दो अक्टूबर को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक दिवसीय दौरे पर है। मोदी के दौरे के बाद यह सूची जारी नहीं होती है तो पांच अक्टूबर तक फिर नहीं होगी क्योंकि पांच को मोदी फिर जोधपुर आ रहे हैं।
कुल मिलाकर सूची अभी जारी हो या दो दिन बाद लेकिन जिन सीटों पर टिकट तय हो गए हैं उन पर दावेदारों को लगभग साफ संकेत दे दिये गए हैं। वे तैयारी में भी जुटे हैं। एक दिलचस्प बात यह है कि इस बार राजस्थान चुनाव में बड़ी संख्या में वर्तमान सांसद और केन्द्रीय मंत्री उतरेंगे। माना जा रहा है कि राजस्थान इस बार ऐसा राज्य हो सकता है जहां देश में सबसे ज्यादा सांसद विधानसभा का चुनाव लड़ते देखे जाएं। पहली सूची में ही छह सांसदों के टिकट पर विचार हुआ है। इनमें से दो मंत्री बताए जाते हैं। एक मंत्री कैलाश चौधरी का तो बाड़मेर-बायतू दो जगह से नाम होने की जानकारी सामने आई है। जानकारी यह भी मिली है कि उन्हें बायतू की जगह बाड़मेर से उतारा जाएगा। दूसरे बड़े मंत्री चर्चा में हैं गजेन्द्रसिंह शेखावत। उन्हें जोधपुर में सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत के सामने उतारा जा सकता है। यह नाम पहली सूची में इसलिए जारी हो सकता है क्योकिं सरदारपुरा भी भाजपा के लिए वह डी-कैटेगरी की सीट है जहां वह लंबे समय से जीत का स्वाद नहीं चख पाई है।