

मिली जानकारी के मुताबिक हादसा जैसलमेर के थईयात गांव के पास दोपहर करीब 3.30 बजे हुआ। शुरुआती जानकारी के अनुसार बस के पिछले हिस्से में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। देखते ही देखते आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।सीएम भजनलाल शर्मा हादसे स्थल पर पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने हादसे में मृतकों के परिजनों से संपर्क करने की अपील की।
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी ने हादसे में 20 मौतों की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि 19 यात्रियों की बस में ही मौत हो गई, जबकि एक यात्री जोधपुर रेफर के दौरान दम तोड़ गया। मरने वालों में 2 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं। 15 अन्य यात्री गंभीर रूप से झुलस गए हैं। अधिकांश घायल यात्री 70 प्रतिशत तक झुलस चुके हैं। झुलसे यात्रियों को पहले जैसलमेर के जवाहर अस्पताल और फिर जोधपुर रेफर किया गया।
महंत प्रतापपुरी ने बताया कि बस की नई बैटरी में शॉर्ट सर्किट हुआ और एसी की गैस फैलने से आग और तेज़ हो गई। बस की बनावट संकरी थी और इसमें केवल एक इमरजेंसी दरवाजा लगा था, जबकि सुरक्षा मानकों के अनुसार दोनों तरफ दरवाजे होने चाहिए और कुल तीन इमरजेंसी दरवाजे होने चाहिए थे। हादसा बेहद तेजी से हुआ, महज पांच से सात मिनट में बस पूरी तरह आग का गोला बन गई।
कलेक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि मृतकों की पहचान DNA टेस्ट से की जाएगी। ग्रामीण और राहगीरों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और दमकल एवं पुलिस को तुरंत सूचित किया। बस रोजाना की तरह दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुई थी। हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया है

