नापासर टाइम्स। बीकानेर में भुजिया पापड़ बनाने के प्लांट से ट्रक कंटेनर में माल भरकर रवाना हुए चाचा भतीजा रास्ते में झगड़ पड़े। चाचा ने ट्रक के केबिन में आग लगाकर भतीजे को जिंदा जला डाला और उसका मोबाइल 20 किमी दूर फेंककर फरार हो गया। पुलिस हत्यारे को तलाश रही है।
हरियाणा के हिसार में रावलवास निवासी पवन कुमार मेघवाल (47) और उसके भतीजे सुशील कुमार (38) ने गुरुवार को दोपहर बाद करणी औद्योगिक क्षेत्र में भुजिया पापड़ के प्लांट से माल भरा और असम में लखीमपुर के लिए रवाना हुए थे। रास्ते में दोनों श्रीडूंगरगढ़ के लखासर में एक होटल पर रुक गए और रात वहीं बिताई। शुक्रवार को सुबह 5.30 बजे रवाना होकर 8.30 बजे जयपुर हाईवे पर कितासर गांव से दो किमी पहले पहुंचे जहां दोनों में झगड़ा हो गया। पुलिस के मुताबिक चाचा पवन ने ट्रक के केबिन में आग लगा दी। वहां छोटा सिलेंडर भी रखा था जिससे आग तेजी से भड़की और सुशील जिंदा जल गया। इस दौरान पवन उसका मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गया। करीब 20 किमी दूर जाकर उसने मोबाइल फेंक दिया। राहगीरों से इत्तला मिलने पर श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड को बुलाकर मशक्कत कर ट्रक केबिन में लगी आग पर काबू पाया। अंदर सुशील पूरी तरह से जल चुका था और उसका कंकाल ही मिला जिसे श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया। सुशील का मोबाइल चालू था जो पुलिस ने बरामद कर लिया है। सुशील के परिजनों को सूचना दी गई जो दोपहर बाद बीकानेर पहुंचे।
वारदात के बाद पवन मौके से फरार होकर हरियाणा पहुंच गया। उसने सुशील के पिता चेतन मेघवाल को फोन भी किया। फोन पर कहा कि वह तो आ गया है और सुशील माल लेकर असम गया है। फोन पर वारदात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस को हरियाणा के भिवानी में पवन की लोकेशन मिली है। पुलिस की एक टीम को उसकी तलाश में भेजा गया है।
ट्रांसपोर्ट कंपनी वालों ने की पहचान
ट्रक में सवार कौन लोग थे और जिंदा कौन जला। पुलिस को इसका पता नहीं चल पा रहा था। ट्रक नंबरों से ट्रांसपोर्ट कंपनी वालों से संपर्क किया तो चाचा- भतीजा के नाम नंबर पता चल गए। यह भी पता चला कि भुजिया-पापड़, कंपनी से माल भरा गया जो असम ले जाना था। पुलिस को मोबाइल नंबर भी मिल गए। सुशील के मोबाइल पर घंटी की तो उसके फोन की लोकेशन घटनास्थल से करीब 20 किमी दूर आई। पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद कर लिया। भुजिया कंपनी ने मैनेजर ने भी पुलिस को बताया कि ट्रक कंटेनर में गुरुवार को दोपहर बाद असम के लिए माल भरा गया था। वहां एक व्यक्ति ही नजर आया। दूसरा ट्रक में ही रहा।
“प्रथम दृष्टया सामने आया है कि चाचा पवन ने सुशील को जिंदा जलाकर मार दिया। क्योंकि, वारदात के बाद पवन मौके से फरार हो गया और सुशील का मोबाइल भी फेंक गया जो शक पैदा करता है। दोनों में झगड़ा क्यों हुआ और ट्रक में आग कैसे लगी, इसका खुलासा पवन के पकड़े जाने के बाद ही हो पाएगा। मृतक का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।”
डॉ. प्यारेलाल शिवरान, एएसपी ग्रामीण