


नापासर टाइम्स। कस्बे में सात लोगों के खिलाफ संस्कृत पाठशाला की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज हुआ है। नापासर निवासी विनोद कुमार शर्मा ने नापासर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि कुछ लोगों ने उनके पिता पंडित भूधरदेव शास्त्री की ओर से स्थापित सनातन धर्म संस्कृत पाठशाला की जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। रिपोर्ट में बताया कि उक्त जमीन बीकानेर रियासत और ग्राम पंचायत नापासर की ओर से भूधरदेव शास्त्री को आवंटित की गई थी। इस पर उन्होंने निर्माण कर संस्कृत पाठशाला की स्थापना की। यह पाठशाला एक
पंजीकृत ट्रस्ट के अधीन संचालित होती है और देवस्थान विभाग में भी पंजीकृत है। आरोप लगाया है कि लालचंद आसोपा, दधिमती चरण आसोपा, निर्मल आसोपा, रामरतन शर्मा, शंकरलाल झंवर, पुण्यानंद गिरी महाराज व मखनलाल सेवग ने मिलकर कब्जे की नीयत से कूटरचित दस्तावेज तैयार करवा लिए है। इस संबंध में कई बार प्रशासन को अवगत करवाया गया, लेकिन कोई कार्रवा नहीं होने पर पीड़ित को न्यायालय क शरण लेनी पड़ी। अदालत के आदेश पर अब थाना नापासर में प्राथमिक दर्ज कर ली गई है।
इस मामले को लेकर क्षेत्र में चचा का बाजार गर्म है और संस्कृत शिक्षण संस्थानों की जमीनों को लेकर हो रह विवादों पर एक बार फिर गंभी सवाल खड़े हो गए हैं।
