नापासर टाइम्स। मच्छरों की बढ़ती तादाद से डेंगू-मलेरिया के फैलाव की जताई जा रही आशंका अब सही साबित होती दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच आदि भले की जा रही हो, लेकिन नगर निगम प्रशासन की तरफ से अभी मच्छरों की वंशवृद्धि रोकने और मच्छरनाशी छिडक़ाव जैसे कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। नतीजन डेंगू बड़ों के साथ अब बच्चों पर भी हमलावर हो गया है। बुधवार को 24 घंटे के दौरान अकेले पीबीएम अस्पताल में भारी संख्या में बुखार पीडि़त पहुंचे। इनमें से 221 मरीजों के रक्त के नमूनों की जांच की गई। जिसमें 19 में डेंगू पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। डेंगू के इन मरीजों में से 14 की हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। चिंताजनक पहलू यह भी है कि इन 19 मरीजों में पांच बच्चे भी शामिल हैं। पीबीएम में भर्ती डेंगू के अधिकांश मरीजों में प्लेटलेट की कमी होना सामने आया है। अब तक पीबीएम हॉस्पिटल में 68 डेंगू-मलेरिया के रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। इनमें से 47 को भर्ती कर इलाज दिया गया है या दिया जा रहा है। पीबीएम में अभी अलग से डेंगू वार्ड नहीं है। मेडिसिन विभाग के अधीन मरीजों का उपचार चल रहा है। गंभीर मरीज को आईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। पीबीएम के ब्लड बैंक ने भी प्लेटलेट्स की जरूरत को देखते हुए 24 घंटे की व्यवस्था रखी है। ग्रामीण क्षेत्र में भी डेंगू-मलेरिया के रोगी बढ़ रहे हैं। ऐसे में सीएचसी-पीएचसी में भी पुख्ता इंतजार किए जा रहे हैं। वहां भी मरीजों का दबाव बढऩे क ी खबर है।