नापासर टाइम्स। लोक देवता बाबा रामदेव की धार्मिक स्थली रामदेवरा में बाबा की समाधि पर छोटी ध्वजा, पानी वाला नारियल और छोटी अगरबत्ती के पैकेट को पूजा सामग्री के साथ चढ़ाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
रामदेवरा में बाबा की समाधि पर पूजा सामग्री में ज्यादातर मिश्री, मक्खाने, चादर, नेजा, बड़ी ध्वजा पेड़े या मावा, लड्डू, सूखा श्रीफल, सुखा मेवा, कपड़े का घोड़ा आदि चढ़ाया जाता है, लेकिन दुकानदारों ने अधिक प्रसाद बेचने के नाम पर श्रद्धालुओं को अपने मन गढ़ंत सामान भी प्रसाद के साथ दे दिया जाता है। ऐसे में श्रद्धालु अतिरिक्त पूजा सामग्री को कतारों के पास ही डाल जाते है। जिससे बाबा रामदेव समाधि समिति को मेले के दौरान और हर साल लाखों रुपए सफाई व्यवस्था के नाम पर खर्च करने पड़ते है।
बाबा रामदेव समाधि समिति सालों से बढ़ रही पूजा सामग्री को सीमित करने की कोशिश की जा रही है,
ताकि श्रद्धालुओं की जेब पर अतिरिक्त भार ना पड़े। इस सामग्री पर रोक के बावजूद प्रसाद विक्रेताओं के द्वारा छोटी ध्वजा 10 रुपए, पानी वाला नारियल 30 रुपए, अगरबत्ती 10 रुपए, डालीबाई की चूनरी 10 रुपए, डाली बाई का श्रृंगार 10 रुपए आदि सामान को पूजा सामग्री में डाल कर श्रद्धालुओं पर अतिरिक्त भार बढ़ा दिया जाता है।
प्रसाद विक्रेताओं के द्वारा ये पूजा सामग्री श्रद्धालु को देने के बाद श्रद्धालु भी कतारों के पास लोगों के पैर में इस पूजा सामग्री को डाल देते है। जिसके बाद वही ध्वजा लोगों के पैर और कचरे में पड़ी मिलती है। इसके कारण बाबा रामदेव समाधि समिति ने इस सामग्री पर रोक लगाई है। पानी वाला नारियल पिछले कई सालों से बंद होने के बावजूद भी दुकानदार श्रद्धालुओं को बेच रहे है। ऐसे में समय-समय पर प्रशासन के द्वारा भी पानी वाले नारियल को जब्त कर कार्रवाई की जाती है।
बाबा रामदेव समाधि समिति व्यवस्थापक कमल छगाणी ने बताया कि बाबा रामदेव समाधि समिति के द्वारा चोटी ध्वजा और अगरबत्ती को बंद किया गया है और सरकार के द्वारा पानी वाला नारियल भी प्रतिबंध है। ऐसे में समाधि पर ये सामग्री नहीं चढ़ाई जाएगी।