नापासर टाइम्स। राजस्थान के बीकानेर में निजी स्कूल का टीचर के साथ मारपीट की गई थी. छात्राओं ने आरोप लगाया था कि टीचर हमें पास बुलाकर गलत तरीके से छूता है. हमारी शर्ट की जेब में हाथ डालता था. मारपीट करने वाले छात्राओं के अभिभावक था. इस संबंध में थाने में लिखित रिपोर्ट दी गई थी. मगर, आरोपी को सजा दिलाने की जगह पुलिस ने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.
दरअसल, बीकानेर की मुक्ता प्रसाद कॉलोनी में मौजूद निजी स्कूल में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले को लेकर उनके परिजनों ने स्कूल में घुसकर शिक्षक राघव नारायण नागल को जमकर पीटा था. 25 जुलाई को हुई घटना का वीडियो भी सामने आया था. इसमें कई सारे युवक और महिलाएं मिलकर शिक्षक को पीटते हुए नजर आए थे. इसके बाद आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस थाने को दी गई थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की जगह उसे केवल शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया और बाद में जमानत होने पर रिहा कर दिया.
मामले पर जब आजतक ने बीकानेर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की तो उन्होंने कहा परिजनों ने छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए कोई शिकायत नहीं की है. वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल ने आजतक को बताया था कि 8 छात्राओं के परिजनों ने टीचर के खिलाफ हमसे शिकायत की थी. उनका कहना था कि टीचर बच्चियों को गलत तरीके से छूता है. उनके कपड़ों में हाथ डालता है. शर्ट की पॉकेट में हाथ डालता है. प्रिंसिपल का कहना है कि पुलिस की इस कार्यशैली पर हैरत होती है.
*तीन दिन तक वरिष्ठ अधिकारियों से छुपाए रहे मामला*
सामने आया है कि तीन दिन तक मुक्ता प्रसाद नगर थाना पुलिस इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों से छुपाए रहे. आजतक द्वारा मामले को लेकर सवाल किए जाने के बाद आरोपी शिक्षक को दोबारा हिरासत में लिया है और उस पर छात्राओं के साथ हुए अपराध की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा गया है.