सावन का पहला सोमवार:जानिए शिव पूजन की आसान विधि, आज सावन की अष्टमी भी, सौभाग्य और समृद्धि देने वाला होता है ये संयोग

नापासर टाइम्स। आज सावन का पहला सोमवार है। भगवान शिव की पूजा के लिए इस दिन को बहुत खास माना जाता है। शिवपुराण के मुताबिक इसी महीने में शिवजी धरती पर यानी अपने ससुराल आए थे। इसी मान्यता के आधार पर कहा जाता है कि हर साल सावन में शिवजी आते हैं, इसलिए इस महीने शिव की विशेष पूजा की जाती है।
शिवपुराण के ही मुताबिक इस दिन व्रत और पूजा से हर तरह की परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही परिवार में सुख शांति रहती है। महाकाल होने के कारण शिवजी की विशेष पूजा से दुर्घटना और अकाल मृत्यु नहीं होती।

*आज शिव वास मां गौरी के पास*

पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र आज की ग्रह स्थिति के बारे में बताते हैं कि आज चंद्रमा रेवती नक्षत्र में रहेगा। जिससे मातंग नाम का शुभ योग बन रहा है। साथ ही इस दिन अष्टमी तिथि है। जिसके देवता खुद शिव ही हैं, इसलिए इस दिन शिव पूजा का पूरा फल मिलेगा।

ज्योतिष में तिथियों के मुताबिक सात अलग-अलग जगहों पर भगवान शिव का वास माना जाता है। इसी के अनुसार शिव पूजा का फल मिलता है। आज कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। जिससे शिवजी का वास देवी गौरी के पास रहेगा। यानी सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव, देवी पार्वती के साथ पूजे जाएंगे। ये संयोग सौभाग्य और समृद्धि देने वाला रहेगा। इस तरह तिथि, वार और नक्षत्र के संयोग में की गई शिव पूजा पुण्यदायी रहेगी।

*सावन सोमवार की पूजा से दूर होती है बीमारियां*

सावन सोमवार को भगवान शंकर की पूजा से हर तरह की समस्या दूर हो जाती है। इस दिन व्रत या उपवास का फल भी जल्दी ही मिलता है। काशी विद्वत परिषद के महामंत्री डॉ. रामनारायण द्विवेदी का कहना है कि सावन सोमवार पर शिव पूजा और व्रत करने से बीमारियां दूर होने लगती हैं। मनोकामना पूरी होती है। पद-प्रतिष्ठा और उम्र भी बढ़ती है। इस संयोग में किया गया दान कई गुना पुण्य देने वाला होता है। जिससे जाने-अनजाने हुए हर तरह के पाप भी खत्म होते हैं।

*सावन सोमवार पूजा विधि*

– सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नानादि करके साफ कपड़े पहन लें।

– इसके बाद सूर्यदेव को अर्ध्य देते हुए शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें।

– शिवजी का जलाभिषेक करने के साथ शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, दूध, दही,शहद आदि चढ़ाएं।

– इसके बाद शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं।

– पूजा सामग्री अर्पित करने के बाद सावन सोमवार व्रत की कथा सुने।

– अंत में शिव चालीसा का पाठ, आरती और मंत्रों का जाप करें और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

*शिवलिंग पर जल चढ़ाने के फायदे*

सावन में शिव उपासना करना बहुत ही कल्याणकारी माना गया हैं क्योंकि सावन में भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते हैं और सभी तरह की मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। शिवलिंग पर जल चढ़ाने से कई लाभ होते हैं। जल की धारा भोलेनाथ को अतिप्रिय है। ज्वर में जो मनुष्य प्रलाप करने लगता है,उसकी शांति के लिए जलधारा शुभकारक बताई गई है। इसके आलावा जल से अभिषेक करने पर मनुष्य को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

*भगवान शिव की 10 प्रिय चीजें और इसके लाभ*
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*गंगाजल*
शिवलिंग का गंगा जल से अभिषेक करने पर सुख-समृद्धि आती है।

*केसर*
शिवलिंग पर केसर से अभिषेक करने पर शिवकृपा की प्राप्ति होती है।

*गन्ने का रस*
आर्थिक परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए गन्ने के रस से करें अभिषेक

*इत्र*
मानसिक तनाव दूर करने के लिए इत्र से करें शिवजी का अभिषेक

*दूध*
दूध चढ़ाने से संतान की प्राप्ति होती है।

*दही*
शिवलिंग पर दही से कार्यों में बाधाएं दूर होती हैं।

*घी*
अच्छी सेहत के लिए सावन के महीने में करें घी से भोलेनाथ का अभिषेक

*चंदन*
सुख और शांति के लिए शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं

*शहद*
समाज में मान-सम्मान के लिए शहद से करें शिललिंग का अभिषेक

*भांग*
कष्टों और बीमारियों से बचने के लिए भांग करें अर्पित