नापासर टाइम्स। मरीजों की सुविधा के लिए पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की है। इसके लिए एक ऐप डाउनलोड करनी होगी।
पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ पी के सैनी ने बताया कि अस्पताल द्वारा आईएचएमएस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद अब जांच रिपोर्ट भी घर बैठे ही उपलब्ध करवाई जाएगी। संबंधित व्यक्ति प्ले स्टोर से आईएचएमएस राजस्थान या एप्पल स्टोर से आईएचएमएस ऑनलाइन ऐप डाउनलोड कर निर्धारित प्रक्रिया की अनुपालना कर रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं। डॉ सैनी ने बताया कि संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन के निर्देशानुसार अस्पताल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पहले ही प्रारंभ की जा चुकी है साथ ही अब डॉ पवन के निर्देशानुसार इस एप्लीकेशन के माध्यम चिकित्सालय में की जाने वाली जांच में से 125 तरह की जांच ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि लैब मशीन इंटीग्रेशन के अंतर्गत इंटीग्रेट होने योग्य 15 में से 9 मशीनों को इंटीग्रेट कर दिया गया है इसके अलावा बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी लैब के 40 कर्मचारियों को आईएचएमएस एप्लीकेशन की ट्रेनिंग दे दी गई है तथा 75 कर्मचारियों को एसएसओ आईडी मेप कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया से मरीज बार-बार अस्पताल के चक्कर काटने से बच सकेंगे, साथ ही वे अपनी सुविधानुसार जांच रिपोर्ट किसी भी समय प्राप्त कर सकते हैं।
ये रहेगी प्रक्रिया
पीबीएम अस्पताल के उपनिदेशक (कम्प्यूटर) महेश आचार्य ने बताया कि पीबीएम अस्पताल में स्थापित लैब से बिलिंग काउंटर पर बिलिंग करवाने के उपरांत मरीज को ऑनलाइन जांच रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए प्ले स्टोर से आईएचएमएस राजस्थान या एप्पल स्टोर से आईएचएमएस ऑनलाइन ऐप इंस्टॉल करना होगा। इसके अतिरिक्त आईएचएमएस के वेब लिंक से भी लैब रिपोर्ट प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि मरीज को ऐप में लेबोरेट्री रिपोर्ट पर क्लिक करना होगा तथा मोबाइल नंबर दर्ज कर जनरेट ओटीपी पर क्लिक करना होगा। इसके बाद सिस्टम एक ओटीपी जनरेट कर दिए गए मोबाइल नंबर पर भेजेगा। प्राप्त ओटीपी को दर्ज करने के उपरांत वैलिडेट पर क्लिक करना होगा, जिससे एचआईडी नम्बर और बिल नंबर प्रदर्शित होने लगेगा। इसके उपरांत नीचे सर्च मेन्यु पर क्लिक करने से जांच रिपोर्ट प्रदर्शित होगी। इस ऐप्लीकेशन को विकसित करने पर संभागीय आयुक्त ने प्रौद्योगिकी टीम को बधाई दी। इस कार्य में प्रौद्योगिकी टीम के नथमल पारीक, कमल सोनगरा एवं रविन्द्र सिंह का सहयोग रहा।