नापासर टाइम्स। मौसम विभाग की भविष्यवाणी एक बार फिर सही साबित हो रही है। बीकानेर शहर में बुधवार दोपहर बादलों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है, जबकि श्रीडूंगरगढ़ के कई गांवों में झमाझम बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। शाम को बीकानेर में भी तेज बारिश शुरू हो गई। श्रीडूंगरगढ़ व लूणकरनसर में भी बारिश ने
मौसम सुहाना कर दिया।
श्रीडूंगरगढ़ के कई गांवों में दोपहर में ही बारिश शुरू हो गई। शुरूआत में रिमझिम हुई और बाद में ओलो के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के साथ ही आसपास के गांवों में अच्छी बारिश हुई है। हालांकि इस बारिश से किसानों को कुछ खास लाभ नहीं होने वाला है लेकिन मौसम में ठंडक होने से तापमान में गिरावट हुई है। बीकानेर शहर में दो बजे तक तेज धूप रही लेकिन इसके बाद बादलवाही शुरू हो गई। साढ़े तीन बजे के आसपास कुछ बूंदाबांदी ने गर्मी से राहत के संकेत दिए हैं।
मौसम विभाग ने बीकानेर में 25 व 26 मई को बारिश की उम्मीद जताई थी। इससे पहले ही संभाग के कई शहरों व कस्बों में बारिश हुई है। बीकानेर से जयपुर रोड पर स्थित हाइवे पर भी बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। बीकानेर में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिसमें आज गिरावट आने की उम्मीद की जा रही है। खासकर रात के न्यूनतम तापमान में अब कमी आ सकती है। न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो अब दो से तीन डिग्री कम हो सकता है।
कल शाम शुरू होगा नोतपा
सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही गुरुवार शाम से नोतपा शुरू हो जाएगा। वैसे तो नोतपा 8 जून तक है लेकिन नौ दिन ज्यादा तपने का सिलसिला दो जून तक चलेगा। शुरूआती दो दिन में तापमान कम रह सकता है, लेकिन इसके बाद पारे में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है।
तपा में शुभ नहीं बारिश
ज्योतिष का मानना है कि अगर नोतपा में बारिश होती है तो ये अच्छे मानसून के संकेत नहीं है। हालांकि आज होने वाली बारिश इसका हिस्सा नहीं है। नोतपा कल शाम से शुरू होगा और इसके बाद अगर बारिश आती है तो ये आगे के लिए खराब संकेत है। ज्योतिषाचार्य हरिनारायण व्यास मन्नासा का कहना है कि नोतपा में बारिश को नौतपा का गलना कहते हैं और इसका असर मानसून पर पड़ता है।