नापासर टाइम्स। मोबाइल पर कोई संदेश नहीं, किसी लिंक पर क्लिक नहीं और खाते से निकल गए 72 लाख रुपए। बीकानेर के ऊन व्यावसायी के साथ ये घटना सोमवार सुबह हुई। उसने तुरंत पुलिस को फोन किया। साइबर टीम एक्टिव हुई और कुछ ही घंटों की मशक्कत के बाद 72 लाख में से 53 लाख रुपए फ्रीज करवा दिए गए। शेष राशि के लिए भी पुलिस की साइबर टीम लगी हुई है।
बीकानेर के करणी इंडस्ट्रियल एरिया में एमएल इंडस्ट्रीज के मालिक सुरेश राठी के मोबाइल पर सोमवार सुबह आठ और साढ़े आठ बजे के बीच बैंक से रुपए निकलने का मैसेज आया। बैंक के मैसेज को उन्होंने पहले तो नहीं देखा लेकिन बाद में एक मैसेज पढ़ा तो होश उड़ गए। एक-एक करके सभी मैसेज देखे तो पता चला कि 72 लाख रुपए बैंक से डेबिट हुए हैं। राठी ने अपने ऑफिस व एकाउंटेंट को फोन किया। किसी ने रुपए नहीं निकालने की जानकारी दी, इस पर पुलिस को बताया गया। पुलिस ने भी तुरंत साइबर टीम को एक्टिवेट किया। जहां से 53 लाख रुपए रोक लिए गए। ये रुपए ठग ने अपने खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर नहीं किए थे। ऐसे में ये रुपए बच गए। सामने वाला खाता फ्रीज कर दिया गया है, ऐसे में वो भी रुपए नहीं निकाल सकेगा। सुरेश राठी ने बताया कि ये खाता किसी आरसी अग्रवाल के नाम से है, जिसमें पहले रुपए ट्रांसफर हुए हैं। राठी ने बताया कि उन्होंने किसी भी मैसेज पर आए लिंक को क्लिक नहीं किया है। उनके पास तो सीधे मैसेज आया कि रुपए निकल गए हैं। ऐसे
में ये माना जा रहा है कि राठी का मोबाइल ही हैक कर लिया गया है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
साइबर ठगी में इतनी बड़ी ठगी रोकने वाला बीकानेर प्रदेश का पहला जिला बन गया है। अब तक किसी भी जिले में इतनी बड़ी ठगी के बाद 53 लाख रुपए वापस करवाने का मामला सामने नहीं आया है। पुलिस की इस उपलब्धि से प्रसन्न होकर एसपी तेजस्वनी गौतम ने साइबर टीम को अपने ऑफिस बुलाया और उनका हौंसला बढ़ाया। गौतम ने बताया कि साइबर क्राइम रोकने के लिए पुलिस टीम मजबूती से काम कर रही है।