नापासर टाइम्स। राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में स्टेशनरी की एक छोटी सी दुकान चलाने वाले दिव्यांग युवक को इनकम टैक्स विभाग ने 12 करोड़ 23 लाख रुपये से अधिक का रिकवरी नोटिस भेज दिया. इससे उसके होश उड़ गए. उसने जब नोटिस को पढ़ा तो पता चला कि उसके नाम पर सूरत में दो कंपनियां चल रही हैं. इसके बाद वो पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा.
दिव्यांग कृष्ण गोपाल छापरवाल के मुताबिक, सांगानेर में उसकी स्टेशनरी की एक छोटी सी दुकान है. वो फोटोग्राफर है और इसके जरिए वो 8 से 10 हजार रुपये महीने कमाता है. लेकिन उसके होश उस वक्त उड़ गए, जब उसे 12 करोड़ 23 लाख 90 हजार 86 रुपये का इनकम टैक्स का नोटिस भेजा गया. इसके बाद उसने सुभाष नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई.
*’नोटिस में उसकी सूरत में दो कंपनियां बताई गईं’*
इसमें उसने कहा कि उसके पैन कार्ड और आधार कार्ड का जिसने दुरुपयोग किया है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. उसे जो नोटिस मिला है, उसमें उसकी सूरत में दो कंपनियां बताई गई हैं, जिनसे उसका कोई लेना-देना नहीं है. इतना ही नहीं वो कभी सूरत गया भी ही नहीं है.
*’महीने की 8 से 10 हजार रुपये की इनकम है’*
पीड़ित ने कहा, “भीलवाड़ा में ही मेरा छोटा सा व्यापार है. मैं फोटोग्राफर हूं और शादी समारोह में फोटोग्राफी का काम करता हूं. मेरी महीने की 8 से 10 हजार रुपये की इनकम है”.
बता दें कि आयकर विभाग वार्ड-1 भीलवाड़ा के अधिकारी दिलीप राठौड़ द्वारा संजय कॉलोनी भीलवाड़ा में रहने वाले कृष्ण गोपाल छापरवाल को वित्तीय वर्ष 2019-20 में पैन कार्ड के माध्यम से Sheth Gems Pvt Ltd फर्म में 53 लाख 16 हजार 709 रुपये और दुष्यंत वैष्णव के नाम 11 करोड 70 लाख 73 हजार 377 रुपये बकाया टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया गया है.