एक तो मौसमी बीमारियों का प्रकोप,ऊपर से चिकित्सको की कमी,नापासर अस्पताल का हाल बेहाल,करीबन 500 की संख्या में आऊटडोर,प्रशासन व जनप्रतिनिधि बैठे है आंखे मूंदे

नापासर टाइम्स। कस्बे सहित आसपास के दर्जनों गांवों की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बने कस्बे के एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजो को घोर परेशानी उठानी पड़ रही है,अस्पताल में आउटडोर में इन दिनों मौसमी बीमारियों के चलते 500 से ऊपर की संख्या के करीब मरीज पहुंच रहे है,मगर चिकित्सकों के नही होने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,यहाँ पर वर्तमान में केवल डेंटिस्ट और आयुर्वेदिक चिकित्सक ही ड्यूटी पर है,फिजिशियन नही होना बहुत बड़ी दुर्भाग्य की बात है,कस्बे के जनप्रतिनिधि व प्रशासन को इससे कोई सरोकार नजर नही आ रहा है,मरीजो की लाइन बाहर तक लग रही है,अस्पताल में चिकित्सक नही होना कस्बे और आसपास के ग्रामीणों के लिए बहुत बड़ा दुर्भाग्य है,मरीजो को मजबूरन बीकानेर जाना पड़ रहा है,करीबन पचास हजार की जनसंख्या वाले बड़े कस्बे में राजकीय अस्पताल के ये हालात यहां के प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कमजोरियों को उजागर कर रहे है,कुछ दिनों पहले मीडिया में खबरे प्रकाशित होने पर सीएमएचओ ने आसपास कार्यरत चिकित्सको की सप्ताह में एक एक दिन अलग अलग ड्यूटी की व्यवस्थाएं की थी लेकिन उनमें से दो ही चिकित्सको ने आना शुरू किया,सप्ताह में केवल दो दिन ही चिकित्सक उपलब्ध है,अब बीमारी वार देखकर तो आती नही,मरीज कभी भी आ सकते है,ऐसे में यह व्यवस्था किसी काम नही आ रही,जब तक स्थाई चिकित्सक नही लगाए जाए तब तक यही हाल रहना है,सीएचसी प्रभारी डॉ दीपक मीणा ने बताया कि व्यवस्था के तहत उन्हें व देशनोक से दो चिकित्सक सप्ताह में दो दो दिन के हिसाब से लगाये गए है, किलचु देवडान से एक चिकित्सक लगाई गई थी वो एक महीने से ऑफिसियल छुट्टी पर है,एक केसरदेसर जाटान से लगाई गएचिकित्सक भी छुट्टी पर चल रहे है,जिससे व्यवस्थायें प्रभावित हो रही है।