नापासर टाइम्स। राज्य की कांग्रेस सरकार ने श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेंटर की घोषणा क्या कर दी, वामपंथी विधायक गिरधारी महिया ने जुलूस निकालकर खुशी मनाई। जुलूस भी सामान्य नहीं था, विधायक महिया खुद एक हाथी पर सवार थे और आगे बैंड बाजे बज रहे थे। एक घंटे से ज्यादा समय तक कस्बे के मुख्य मार्गों से निकल रहे महिया का जगह-जगह स्वागत किया गया। जुलूस में भीड़ भले
ही कम थी लेकिन आते-जाते राहगीरों का ध्यान जरूर आकर्षित हो रहा था।
क्या हुई घोषणा ?
बीकानेर-जयपुर नेशनल हाइवे पर स्थित श्रीडूंगरगढ़ थाना क्षेत्र में सड़क हादसे सबसे ज्यादा होते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में सर्वाधिक सड़क हादसों वाली टॉप 20 रोड में यह मार्ग भी शामिल है। पिछले एक साल में तीस से ज्यादा लोगों की मौत इस सड़क पर हो चुकी है। हादसों में घायल लोगों को बीकानेर रैफर किया जाता है लेकिन पीबीएम अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो जाती है। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने यहां ट्रोमा सेंटर स्थापित करने की मांग रखी हुई थी। पिछले एक दशक से क्षेत्र के विधायक भी यहां ट्रोमा सेंटर की मांग करते रहे हैं। ऐसे में इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्रोमा सेंटर खोलने की घोषणा कर दी।
विधायक की भूमिका
दरअसल, श्रीडूंगरगढ़ से कांग्रेस विधायक नहीं है। सीपीएम से गिरधारी महिया यहां से विधायक है, जिनका मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को सीधा समर्थन है। पायलट प्रकरण के दौरान विवादों में आए महिया अब गहलोत के साथ खड़े नजर आते हैं। ऐसे में यहां ट्रोमा सेंटर की घोषणा का राजनीतिक लाभ कांग्रेस के बजाय सीपीएम विधायक उठाना चाहते हैं।
रथ यात्रा की चर्चा
हाथी पर रथ बनाकर यात्रा करने वाले महिया को लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है। विधायक महिया ने जिस तरह इस घोषणा का लाभ उठाने का प्रयास किया है, ऐसा पहले कभी कस्बे में नहीं हुआ। श्रीडूंगरगढ़ से कांग्रेस नेता मंगलाराम गोदारा सहित अनेक नेता अपनी ही सरकार की घोषणा का ऐसा स्वागत नहीं कर सके। कांग्रेस नेता विमल भाटी का कहना है कि ये कांग्रेस नेताओं के संघर्ष का परिणाम है। मंगलाराम गोदारा ने पिछले दिनों अशोक गहलोत की यात्रा के दौरान मांग रखी थी।