नापासर टाइम्स। शनिवार को नापासर रेलवे फाटक पर किसानों व ग्रामीणों द्वारा कृषि कुओं का फीडर गाढ़वाला से अलग करवाने पर एडवोकेट गणेशदान बीठू व पूर्व सरपंच चंपालाल ओझा का सम्मान किया गया,पिछले दिनों उत्तर दिशा के कृषि कुओं पर कम वोल्टेज की समस्या के चलते गाढ़वाला जीएसएस से इन कुओं की लाइन अलग कर नया फीडर बनाने की मांग को लेकर सम्भागीय मुख्य अभियन्ता कार्यालय में किसान संघर्ष समिति रोही सींथल की तरफ से एडवोकेट गणेशदान बीठू के नेतृत्व में अनिश्चित कालीन धरना दिया गया था,जिसमे मुख्य मांगे मान लेने व लिखित आदेश के बाद समाप्त किया गया था,फाटक पर स्वागत के बाद मेन बाजार तक रैली निकाली गई,बाजार में आयोजित सभा मे एडवोकेट गणेशदान बीठू ने कहा कि गाढ़वाला से जुड़े होने के चलते अंतिम छोर के किसान को नाममात्र का वोल्टेज मिल रहा था,फसलें जल रही थी,इसलिए किसानों की पीड़ा समझते हुए धरना प्रदर्शन कर नाक में नकेल डालकर संघर्ष करके यह फीडर अलग करवाया है,क्षेत्र के किसानों के हक की लड़ाई के लिए कभी पीछे नहीं हटेंगे,जब जब किसानों की वाजिब मांगो के लिए संघर्ष करना होगा तब तब साथ निभाएंगे,हमे फीते काटने का शौक नही है अपने लोगो की समस्याओ के लिए संघर्ष करने का शौक है,पूर्व सरपंच चंपालाल ओझा ने गाढ़वाला लाइन अलग करवाने पर एडवोकेट गणेशदान बीठू का आभार जताते हुए कहा कि क्षेत्र के किसानों को लाइट पूरी मिलेगी तभी फसलें अच्छी होगी,किसान को लाभ मिलेगा,क्षेत्र में उत्पादन बढ़ेगा,ओझा ने कहा कि जनप्रतिनिधि वही होता है जो जन की कद्र करे,भ्र्ष्टाचार में लिप्त न रहकर क्षेत्र का विकास करे,पिछले दिनों जो मंजर बाजार का देखा तो मन मे अपार पीड़ा हुई,खोखाधारको को इस तरह से अपने रोजगार से खदेड़ दिया गया,स्थानीय प्रशासन पर रोष प्रकट करते हुए ओझा ने कहा कि उनके कार्यकालों में भी बहुत बार खोखा हटाने सबंधी चर्चाएं हुई थी लेकिन उन्होंने कभी भी ऐसा नही किया कि खोखेनुमा दुकानें हटाई जाए,किसी का रोजगार छिना जाए,ग्राम के प्रतिनिधि का कर्तव्य बनता था कि वो उच्चाधिकारियों को समझाते,पहले पुनर्वास की व्यवस्था करते फिर अतिक्रमण हटवाते तो जायज था,लेकिन ऐसा नही करके खोखाधारको के साथ अन्याय किया है,ओझा ने कहा कि वो विपक्ष की मजबूत भूमिका निभायेंगे,क्षेत्र के लोगो की समस्याओं के लिए वो हरदम तैयार है।
इस अवसर पर रामचन्द्र पुनिया,जसवंत भाट,खैराज चौधरी,नवरत्न सारण,रामकिशन बाहेती,हनुमान नाई,जगदीश नाई,पप्पू नाई,पप्पू महाराज पुष्करणा,भागी जोशी,मनोज ओझा,पंडित राधेश्याम सारस्वत,पवन बोहरा,कमल पंचारिया,रघुवीर सिंह, संघर्ष समिति के किसानों सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।