नापासर टाइम्स। खाटू श्याम जी के भक्तों का इंतज़ार जल्द ही खत्म होने वाला है। 13 नवंबर से बंद खाटूश्याम जी मंदिर के पट खुलने की तैयारी में है। इसी के साथ फाल्गुन महीने में लक्खी मेले का आयोजन भी होगा, जो 22 फरवरी से शुरू होकर मार्च के पहले सप्ताह तक चलेगा। देशभर से श्याम बाबा के दर्शन करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ेगा। मेले की तैयारियां शुरू श्री श्याम मंदिर कमेटी ने मेले की तैयारियों को लेकर कमर कस ली है। मेले की तैयारियां जोरो-शोरो से चल रही है। मैदान की साफ-सफाई और लखदातार मेला मैदान में बेरिकेटिंग का कार्य शुरू हो गया हैं। मेले को लेकर यहां भक्तों के लिए अच्छी खासी व्यवस्था की जा रही है। रींगस रोड़ पार्किंग स्थल के पास से श्रद्धालुओं के लिए सुगम व्यवस्था की गई है। मुख्य मेला मैदान 75 फुट की चौदह लाइनों से गुजरते हुए बाबा के दरबार में पहुंचेंगे। इसके बाद मंदिर के अंदर भी लाइनों में नई 16 कतारें बनाई गई हैं. हर भक्त को बाबा के दर्शन करने के लिए 4 मिनट मिलेंगे। इस व्यवस्था से बाबा के भक्तों को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा , और भक्त आराम से बाबा के दर पर माथा टेक कर दर्शन कर सकेंगे। व्यवस्थाओं के दिए दिशा – निर्देश मंदिर ट्रस्ट मंत्री श्याम सिंह ने बताया कि हर साल फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से द्वादशी तक यहां वार्षिक लक्खी मेले के आयोजन में लाखों की संख्या में भक्त खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। इसके अलावा हर महीने शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को यहां मासिक मेले का भी आयोजन किया जाता है, इस समय भी भक्तों का सैलाब उमड़ा रहता है। प्रशासनिक अधिकारियों व श्री श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ मेले की व्यवस्थाओं और दर्शन के रास्तों का निरीक्षण कर बेहतर व्यवस्थाओं को अंजाम देने के दिशा निर्देश दिये है। हादसे के बाद जागा था प्रशासन श्याम भक्तों की भीड़ के चलते अगस्त 2022 में खाटू श्याम जी मंदिर में भगदड़ मचने के कारण 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। जिसके बाद से खाटूश्यामजी मंदिर अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया। मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे लाखों की संख्या में आए भक्तों को आसानी से दर्शन हो सके।
मंदिर के विस्तार के बाद भक्तों को मिलेगी ये सुविधा – 1. 75 फीट का होगा प्रवेश द्वार – 16 लाइनों में होंगे दर्शन – मिलेगी ई-रिक्शा और पार्किंग की सुविधा – जाम से मिलेगी राहत – रींगस-खाटू पदयात्रा मार्ग होगा 5 मीटर चौड़ा