नापासर टाइम्स। नापासर अंचल ठंड से कांप रहा है। पारा जमाव बिंदु पर है और कड़ाके की ठंड में इंसान ही नहीं पशु पक्षी व फसलें भी ठिठुर रहें है। ठंड से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया और बुधवार को दिनभर ठण्डक रही। शाम होते ही शीतलहर का प्रकोप नजर आया। बाजार व नुक्कड़ों पर अलाव जलाएं जा रहें है। गांवो में बुजुर्ग किसानों ने बताया कि कोढियों सी (भयंकर सर्दी) टंटार (कड़कड़ाती ठंड ) करती आई है। अनेक जगह अलाव के पास बैठ कर तप करते नजर आ रहे है। बाहर रखा पानी जमने लगा है और गेट, घास, गाड़ियों पर ओस की बूंदे जम गयी है।
किसानों की बढ़ी चिंता, ये करें उपाय
कड़ाके की ठंड में अगेती सरसों की फसल में इस पाला से नुकसान की आशंका भी बढ़ गयी है। किसान हनुमान सिंह ने बताया कि नापासर,रामसर,मूंडसर,कल्याणसर सहित क्षेत्र के कुछ किसानों ने अगेती सरसों की फसल की है जिसमें लेट आई सर्दी से नुकसान की आशंका खड़ी हो गयी है। किसानों ने बचाव के उपाय भी प्रारंभ कर दिए है। कृषि अधिकारी सुरेंद्र मारू ने बताया कि किसान पाले की संभावना को देखते हुए फसलों और बगीचों में सिंचाई करें। रात को खेत की मेड़ों पर धुंआ करें, बगीचे में पौधों को खीप, बुई, कड़वी से ढक देवें । किसान फसलों पर गंधक के अम्ल सल्फ्यूरिक अम्ल के 0.1 प्रतिशत (1 एमएल गंधक का तेजाब प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव कर सकते है।