नापासर टाइम्स। सोमवार शाम की कार्यवाई के बाद मंगलवार सुबह तक तो बन्द पड़े चिन्हित किये खोखे हटाने का अलाउंसमेन्ट चल रहा था,दोपहर में अचानक बुधवार शाम तक सभी खोखे हटाने के अलाउंसमेन्ट से खोखाधारको में हड़कंप मच गया,आक्रोशित खोखाधारको ने अपनी दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया,नारेबाजी की, सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट खुशबू आसोपा ने बाजार में पहुंचकर नेता जी पार्क के आगे खोखाधारको की पीड़ा सुनी,उन्हें सम्बोधित किया,आसोपा ने खोखाधारको को अन्यत्र स्थान व समय न देकर हटाने के आदेश की निंदा की,बुधवार को खोखाधारको का एक प्रतिनिधिमंडल एडवोकेट आसोपा के साथ बीकानेर जिला प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखेंगे।
एडवोकेट खुशबू आसोपा ने कहा कि नापासर बाजार में 70 फीसदी दुकानें खोखेनुमा है,इन दुकानों से 250 से 300 परिवारों की रोजी रोटी जुड़ी हुई है,सम्भागीय आयुक्त ने बिना जांच पड़ताल किये ये आदेश दिए है,जो सही नही है,कुछ समय पहले खोखाधारक जिला कलेक्टर से मिले थे,तब इन्हें तीन महीने का समय और ग्राम पंचायत द्वारा पुनर्वास की बात हुई थी लेकिन कुछ ही दिनों में इन्हें बिना किसी व्यवस्था के हटाने का आदेश इनके हितों पर कुठाराघात है इस सबन्ध में खोखाधारको के साथ जिला कलेक्टर,सम्भागीय आयुक्त से मिलकर उनसे एक बार फिर से इस निर्णय पर भावनात्मक तौर पर विचार करने और इन खोखाधारको को उचित स्थान देकर व कुछ समय देकर आगे की कार्यवाई करने की गुजारिश करेंगे,खोखाधारको में राजकुमार पुष्करणा,बजरंग माली,द्वारका आसोपा, रामदयाल माली,तेजु माली,फूसाराम स्वामी,अशोक माली,लालचन्द चौधरी,रमेश गोयल,गणेश भार्गव सहित बड़ी संख्या में खोखा रेहड़ी यूनियन वालो ने नारेबाजी कर विरोध भी जताया।
Home आपणे गाँव नापासर री खबर बिना अन्यत्र पुनर्वास किये खोखेनुमा दुकानों को अचानक हटाने के आदेश से...