नापासर टाइम्स।कोरोना का कहर एक बार फिर दुनिया को डराने लगा है. चीन में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF7 की वजह से रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. अब गुजरात के वडोदरा में भी BF7 का एक केस दर्ज कर लिया गया है. एक NRI महिला जो 9 नवंबर को देश आई थीं, वे इस वैरिएंट से संक्रमित हो गई हैं.
*BF7 का देश में पहला केस ?*
गुजरात में दो और मामले ऐसे सामने आए हैं जिनको लेकर कहा जा रहा है कि वे भी BF7 से संक्रमित हैं. लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है और सैंपल को आगे जांच के लिए भेज दिया गया है. अब वैसे तो BF7 के पहले भी देश में मामले सामने आए हैं, अक्टूबर में भी एक केस दर्ज किया गया था, लेकिन इस समय क्योंकि चीन में ये वैरिएंट अलग ही स्तर पर कहर मचा रहा है, ऐसे में चिंता भारत में भी शुरू हो गई है.
*सरकार अलर्ट, लोगों से की ये अपील*
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक अहम मीटिंग बुलाई थी. उस मीटिंग के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि पैनिक की जरूरत नहीं है. मीटिंग में तय किया गया है कि कोरोना को लेकर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा बैठक होगी. देश में कोरोना टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है. बीच-बीच मे स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं. वीके पॉल ने इस बात पर भी जोर दिया कि अब एक बार फिर सभी को भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की जरूरत है. उनकी तरफ से बूस्टर डोज लेने पर भी जोर दिया गया है.
*राहुल गांधी को स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी*
अब एक तरफ केंद्र सरकार पहले से सावधानी बरतने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिख दी है. उस चिट्ठी में कहा गया है कि यात्रा के दौरान सभी कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए. अभी तक राहुल गांधी की तरफ से उस चिट्ठी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने दो टूक कहा है कि बीजेपी उनकी यात्रा से डर गई है. इस वजह से कोरोना का बहाना बनाकर यात्रा को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.
*चीन में क्यों हुआ कोरोना विस्फोट ?*
चीन में कोरोना स्थिति की बात करें तो वहां पर जब से जीरो कोविड पॉलिसी में ढील दी गई है, जमीन पर कोरोना ने विस्फोटक रूप ले लिया है. हालात ऐसे बन गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं हैं, जरूरी दवाइयां भी नहीं मिल पा रही हैं. श्मशान घाटों पर लंबी कतारें लग चुकी हैं. चीन की तरफ से अभी तक मौत को लेकर कोई आंकड़ा तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन एक्सपर्ट बता रहे हैं कि अगले साल जनवरी-फरवरी में चीन में कोरोना की एक और भयंकर लहर आने वाली है.
*चीन ने टीकाकरण को गंभीरता से नहीं लिया ?*
वहां पर संकट ज्यादा बड़ा इसलिए हो गया है क्योंकि अभी तक बड़ी संख्या में बुजुर्गों को कोरोना का टीका नहीं लगाया गया है. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, अब तक 60 साल से ऊपर की 87% आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुकी है, लेकिन 80 साल से ज्यादा उम्र के सिर्फ 66.4% बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगी है.