नापासर टाइम्स। अलवर में कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ों यात्रा में बीकानेर से आए करीब 50 पुलिसकर्मियों पर सोमवार की रात को बदमाशों ने हमला बोल दिया। इस हमले में दो दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। एक पुलिसकर्मी की हालत नाजुक बताई जाती है। उसे जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया है। गौर करने वाली बात यह कि इतने बड़े हमले को अलवर पुलिस ने 12 घंटे तक छिपाए रखा। पुलिसकर्मियों पर हुए हमला मामला मंगलवार शाम को मीडिया में आया। इसके बाद हड़कंप मच गया। अलवर पुलिस ने इस हमले को इतने समय तक क्यों छिपाए रखा इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं।
*पुलिस के जवानों को सुरक्षित स्थान पर भेजा*
बताया जाता है कि घटना स्थल वाली जगह को रात ही में खाली करा लिया गया, जहां पर पुलिस के जवानों पर हमला हुआ था। साथ ही सभी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया था। हमले के शिकार पुलिसकर्मी राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा में ड्यूटी करने आए थे। बीकानेर के ये पुलिसकर्मी अलवर के एनईबी पुलिस थाना अंतर्गत अंबेडकर नगर स्थित सामुदायिक भवन में ठहरे थे। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अधिकारी भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा में व्यस्त थे इसलिए घटना को सार्वजनिक नहीं किया गया।
*साेमवार रात को हुआ था हमला*
बताया जाता है कि बीकानेर से आया एक पुलिसकर्मी रात को करीब 9 बजे खाना लेने गया था। तभी सामुदायिक भवन के समीप एक ई-रिक्शेवाले से एक युवक झगड़ा करता मिला। पुलिसकर्मी ने अपना धर्म निभाते हुए उसे बचाने की कोशिश की। उस युवक ने रिक्शेवाले को छोड़ा पुलिस के जवान से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद वह बदमाश अपने साथ करीब 40-50 लोगों को लाया जिनके हाथों में लाठियां सहित अन्य हथियार थे। बदमाशों के हमले में पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। बदमाशों ने उस भवन पर भी हमला बोल दिया जिसमें पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे।
हमला करने वाला युवक हिस्ट्रीशीटर
बताया जाता है कि हमला करने वाला बदमाश एनईबी पुलिस थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है। आरोपी का नाम मूवीन ऊर्फ लंगड़ा है। इस वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में पुलिस थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। बदमाशों के हमले के दौरान सामुदायिक भवन में करीब 60 पुलिसकर्मी ठहरे थे। इन सभी पुलिसकर्मियों को रात 12:00 बजे अन्य वाहन मंगा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। कुछ को एक होटल में भेजा गया।
*एक घायल पुलिसकर्मी जयपुर रेफर*
बदमाशों के हमले में 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जाता है कि बदमाशों का हमला इतना तगड़ा था कि पुलिसकर्मी कुछ समझ नहीं पाए। गौरतलब यह भी कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले बदमाशों को पुलिस 16 घंटे बाद भी नही पकड़ पाई है। सामुदायिक भवन के गार्ड रामअवतार ने बताया की रात को वह सोया था। अचानक भीड़ आई और उसने तोड़फोड़ शुरू कर दी। हमले के वक्त पुलिसकर्मी आराम कर रहे थे। सबसे ज्यादा चोट बीकानेर निवासी मोहम्मद यूनुस हेड कांस्टेबल को लगी है। उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया है।