नापासर टाइम्स। बीकानेर में घरों तक पाइप लाइन से गैस पहुंचाने, गाड़ियों के लिए सीएनजी स्टेशन खोलने और इंडस्ट्री के लिए गैस मुहैया करवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें सबसे पहले मार्च तक दो सीएनजी रिफिलिंग सेंटर चालू किए जाएंगे। इनमें से एक महालक्ष्मी फिलिंग स्टेशन का चयन हुआ है वहीं दूसरा भी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम का पहले से चल रहा पंप है। सरकार ने बीकानेर में गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए अधिकृत कंपनी को जल्द काम शुरू करने को कहा है। इसके साथ ही प्रशासन को जमीनी स्तर पर हरसंभव सहायता का निर्देश दिया है। ऐसे में जिला कलेक्टर ने बीकानेर सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए विभिन्न विभागों की समन्वय समिति बनाई है।
बीकानेर में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के लिए अधिकृत गैसोनेट कंपनी ने करणी इंडस्ट्रीयल एरिया में भंडारण-संचालन के लिए जगह ली है। इसके साथ ही स्टील पाइप लाइन डिजाइन सहित अन्य कामों के आउटसोर्सिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बीकानेर शहर प्राथमिक सर्वे भी हो चुका है। कंपनी की योजना कि पहले वर्ष यानी 2023 में आठ हजार घरों तक गैस पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई जाए। कंपनी के अधिकारियों का कहना है, पहले साल में काम शुरू करने में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए आंकड़ा आगे-पीछे हो सकता है लेकिन एक बार काम शुरू होने के बाद यह गति पकड़ लेगा। राज्य सरकार ने ऐसी 14 कंपनियों के साथ मीटिंग की है जिन्हें राजस्थान में घर-घर पाइप लाइन से गैस पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली है। इसमें कंपनियों के प्रतिनिधियों को हिदायत दी है कि अब जल्द से जल्द काम शुरू करें। इसी कड़ी बीकानेर में काम कर रही गैसोनेट ने काम तेज करना तय किया है।
पहले साल 8000 घरों तक पाइप लाइन पहुंचाने की योजना बीकानेर में कैसी कंपनी, कितना काम
पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड ( पीएनजीआरबी) ने बीकानेर में तीन कंपनियों के समूह को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन का काम सौंपा। इन्हें मिलाकर एक कंपनी गैसोनेट बनाई गई। 4.50 लाख घरों तक गैस पाइप लाइन बिछाने की योजना है बीकानेर शहर के साथ ही नोखा, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, खाजूवाला, बज्जू, पूगल, छत्तरगढ़ में भी गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
प्रदेश में हो चुके एक लाख से ज्यादा कनेक्शन प्रदेश के 33 जिलों में घर तक पाइप लाइन गैस पहुंचाने का काम 14 कंपनियों को दिया गया है। आठ साल में 96 लाख घरों को जोड़ने की योजना है। अब तक एक लाख 877 घरेलू कनेक्शन दिए जा चुके हैं। जयपुर में मार्च तक 10 हजार कनेक्शन दिए जाएंगे। जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, भरतपुर, सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, अलवर, धौलपुर, कोटा, रावतभाटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, बूंदी, अजमेर, पाली आदि जगहों पर काम शुरू हो चुका है। – सुबोध अग्रवाल, एसीएस माइंस
सरकार, कंपनी और प्रशासन की बात दो सीएनजी पंप इसी वित्तीय वर्ष में चालू कर देंगे। जल्द इनकी संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में सबसे पहले गाड़ियों के लिए गैस का बंदोबस्त हो जाएगा। इसके साथ ही स्टील पाइप लाइन और अन्य जरूरी उपकरणों की खरीद, इंस्टालेशन के लिए होने वाली टैंडर व अन्य प्रक्रियाएं शुरू हो चुकी है। प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले साल में कितने घरों तक गैस पहुंचा सकेंगे यह अभी सटीक नहीं कहा जा सकता लेकिन एक बार शुरू होने के बाद काम बहुत तेजी से होगा।
प्रभाकर चक्रवर्ती शर्मा,
वाइस प्रेसीडेंट गैसोनेट
कंपनी के प्रतिनिधियों ने अधिकृत तौर पर हमारे सामने कोई योजना नहीं रखी है लेकिन सरकार ने काम में आने वाली अनुमानित अड़चनों को दूर करने के लिए कमेटी बनाने को कहा है। ऐसे में सभी संबंधित विभागों की कमेटी बना दी है। कंपनी के प्रतिनिधियों को जब भी कोई जरूरत होगी वे संपर्क कर सकेंगे।
भगवतीप्रसाद कलाल, कलेक्टर