एकदिवसीय जन्म-मृत्यु एवं विवाह (सीआरवीएस) परामर्श कार्यशाला हुई सम्पंन

नापासर टाइम्स। राजस्थान सरकार योजना भवन
जीवनांक शाखा के कार्यक्रम अधिकारी नयन प्रकाश गाँधी एवं महावीर प्रसाद ओझा, उपनिदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी, बीकानेर एवं यूनिसेफ एवं आईआईएचएमआर प्रतिनिधियों के संयुक्त प्रतिनिधित्व मे कार्यशाला हुई सम्पंन
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हाल ही मे कार्यालय आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, बीकानेर के कांफ्रेंस हाल में अतिरिक्त मुख्य रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं संयुक्त निदेशक (जीवनांक) अशोक कुमार वर्मा जयपुर के निर्देशानुसार दो दिवसीय आधिकारिक विजिट पर पधारे जीवनांक शाखा योजना भवन जयपुर से नयन प्रकाश गाँधी कार्यक्रम अधिकारी एवं यूनिसेफ एवं आईआईएचएमआर प्रतिनिधि की मंगलवार को जिला रजिस्ट्रार (जन्म -मृत्यु) एवं उप निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी बीकानेर सुशील कुमार शर्मा से प्री सीआरवीएस कन्सलटेंशन वर्कशाॅप आयोजन संबंधित बैठक हुई .कार्यक्रम संचालन कर्ता भरत सोलंकी, सहायक प्रोग्रामर ने बताया कि आज बुधवार को आयोजित कार्यशाला का प्रतिनिधित्व महावीर प्रसाद ओझा, उपनिदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी, बीकानेर द्वारा किया गया एवं कार्यशाला शुरुवात में ओझा ने योजना भवन जयपुर से नयन प्रकाश गाँधी कार्यक्रम अधिकारी एवं यूनिसेफ एवं आईआईएचएमआर प्रतिनिधि प्रोफेसर डॉ. धीरेंद्र कुमार एवं अन्य टीम सदस्य श्रेयसी ,शुभम,पुनीत का स्वागत किया और जन्म मृत्यु विवाह हेतु बेहतर प्रगति एवं अवश्यक सुधार नवोन्मेष हेतु बीकानेर जिले मे इस तरह की विषय विशेषज्ञों के साथ कार्यशाला करने हेतु धन्यवाद दिया.उक्त कन्सलटेंशन कार्यशाला
का आयोजन यूनिसेफ एवं आईआईएचएमआर तथा कार्यालय आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, बीकानेर के संयुक्त तत्वाधान में किया गया.उपरोक्त कार्यशाला में जिले के समस्त ब्लाॅक सांख्यिकी अधिकारी, नगर निगम, पीबीएम चिकित्सालय, बीकानेर के प्रतिनिधि एवं संबंधित रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु), चिकित्सा अधिकारी एवं कार्मिक तथा प्रतिनिधि उपस्थित हुए। वर्कशाॅप में जिले केआरवाईएमपी इंटरन की उपस्थिति भी रही।

कार्यक्रम का संचालन श्री भरत सोलंकी, सहायक प्रोग्रामर द्वारा किया गया जिसमें श्री महावीर प्रसाद ओझा, उपनिदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी, बीकानेर के मार्गदर्शन अनुसार उपस्थित समस्त का परिचय करवाते हुए सिविल रजिस्ट्रेशन प्रणाली की महत्ता तथा रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं उपरजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) में आ रही कठिनाईयों के निराकरण में संबंधित विभागों की सार्थकता बताई गई।
राजस्थान सरकार योजना भवन से आए डाॅ. नयन प्रकाश गाँधी, कार्यक्रम अधिकारी जीवनाक शाखा जयपुर एवं प्रोजेक्ट लीड प्रो.डॉ.धीरेन्द्र कुमार
आईआईएचएमआर द्वारा बताया गया कि सीआरएस प्रणाली को अब तक आ रही समस्याओं को दूर कर इसे और मजबूत बनाना ही यूनिसेफ एवं आईआईएचएमआर का उद्देश्य है। हम सभी को जन्म मृत्यु विवाह एमसीसीडी हेतु शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करने हेतु ग्राम से जिला स्तर पर आ रही सभी समस्याओं हेतु समाधान करना आवश्यक है जो कि आप सभी के सहयोग से सम्भव है. राजस्थान में पहचान पोर्टल अन्य राज्यों की तुलना में अधिक प्रभावी कार्य कर रहा है। अधिकारियों एवं कार्मिकों को चाहिए कि ई-गवर्नेंस का लाभ आमजन तक पहुंचे। कार्यशाला में लक्ष्मी नारायण उपाध्याय एवं भागीरथ आचार्य ,रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराए गए आम जन की समस्याऔ जिसमें ग्राम स्तर पर तकनीकी जानकारी का अभाव एवं क्ष्मता संवर्धन की आवश्यकता बताई गई एवम पहचान पोर्टल पर लंबित प्रकरणों की जानकारी भी रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) को मोबाईल संदेश द्वारा उपलब्ध करवाने हेतु सुझाव देते हुए जमीनी स्तर पर आ रही समस्याओं एवं उनके निराकरण से संबंधित चर्चा की गई। अंत मे योजना भवन से आए नयन प्रकाश गाँधी, कार्यक्रम अधिकारी जीवनाक शाखा जयपुर
ने उप निदेशक महावीर प्रसाद ओझा से वार्ता कर माननीय निदेशक एवं संयुक्त सचिव महोदय आईएएस डॉ.ओम प्रकाश बैरवा तक समस्या को पहुचाने एवं समस्या समाधान के लिए आश्वासन दिया और कहा हम सभी का उदेश्य है कि ग्राम स्तर से जिला स्तर तक गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण क्ष्मता संवर्धन तकनीकी प्रशिक्षण एवं आईसी सामग्री बेहतर रूप से बने ताकि सीआरवीएस के संदर्भ मे जागरुकता और बेहतर हो सके और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित पहचान पोर्टल का लाभ हर आम लाभार्थी लेकर पंजीकरण कर राज्य की हर पॉलिसी निर्माण में बेहतर उपयुक्त डेटा प्रदान कर मानव विकास मे महती भूमिका अदा कर सके.