

नापासर टाइम्स। जैसलमेर में हाल ही में हुए भीषण बस हादसे के बाद, जिसमें 20 यात्रियों की मौत हो गई थी, स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा नियमों को लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) प्रथम के सख्त निर्देशों पर बसों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू कर दिया गया है. देर रात से शुरू हुए इस अभियान में अब तक 50 से अधिक बसों पर कार्रवाई की जा चुकी है, जो नियमों का उल्लंघन करते हुए चल रही थीं. RTO प्रथम के निर्देशों पर शुरू हुए इस विशेष अभियान में परिवहन विभाग की टीमों ने रात के समय अचानक चेकिंग की. देर रात से लेकर सुबह तक लगभग डेढ़ सौ से अधिक बसों की सघन जांच की गई. इस दौरान अधिकारियों ने बसों के संचालन में पाई गईं निम्न गंभीर खामियों पर तुरंत और सख्त एक्शन लिया:
ओवरलोडिंग: बसों में क्षमता से अधिक सवारियां लेने पर.
दस्तावेज की कमी: बिना वैध परमिट और फिटनेस प्रमाण पत्र के चलने पर.
टैक्स चोरी: सरकार को देय टैक्स के भुगतान के बिना चलने पर.
लगेज की जांच: बसों के लगेज कंपार्टमेंट की भी जांच की गई, ताकि ज्वलनशील या अवैध सामान न रखा गया हो.
*चालान और कानूनी कार्रवाई का डंडा*
अभियान के दौरान 30 से अधिक बसों के चालान बनाए गए, और कई बसों को जब्त करने की कार्रवाई भी की गई है. RTO प्रथम ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई दीवाली तक लगातार जारी रहेगी. विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यातायात नियमों का पालन सख्ती से हो और भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
*सुरक्षा और नियम पालन का सख्त संदेश*
RTO प्रथम ने सभी बस संचालकों और ट्रैवल एजेंसियों को सख्त चेतावनी दी है कि यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी नियम की अनदेखी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि जैसलमेर हादसे ने हमें सबक सिखाया है और अब सड़क सुरक्षा के मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करना है.

