बड़ी ख़बर: कोटगेट पुलिस ने पकड़ा नकली आईपीएस अफसर, महिला भी मिली, मोती भवन, लालजी व कैप्टन को लगाया चूना,पढ़े ख़बर

नापासर टाइम्स। कोटगेट पुलिस ने फर्जी आईपीएस अधिकारी को पकड़ा है। आरोपी की पहचान चक 14 बीपीएम रावतसर, हनुमानगढ़ निवासी 32 वर्षीय पवन कुमार पुत्र रामकुमार प्रजापत के रूप में हुई है। पवन के साथ एक तलाकशुदा महिला भी पकड़ी गई है।

 

ये है मामला: आपने ऑल इंडिया एंटी करप्शन एंड ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन का नाम तो सुना ही होगा। इसी ऑर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय युवा सचिव पवन कुमावत ने फर्जी आईपीएस बनकर बीकानेर में ठगी मचा रखी थी। कार्यवाहक थानाधिकारी गौरव कुमार के अनुसार आरोपी 11 जून से मोती भवन में रुका हुआ था। आरोपी ने खुद को क्राइम ब्रांच का आईपीएस अधिकारी बताते हुए मोती भवन लिया। बंगला नगर निवासी इस्लामुद्दीन से उसकी कार किराए पर ली। इस्लामुद्दीन इस कार का ड्राईवर था। पुलिस के अनुसार सोमवार को इस्लामुद्दीन ने पुलिस को शिकायत दी कि एक व्यक्ति फर्जी आईपीएस प्रतीत हो रहा है।

पुलिस ने आरोपी पवन प्रजापत को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उसके साथ मिली एक महिला को सखी सेंटर भिजवाया गया है।

-फेसबुक पर की मोहाली की महिला से दोस्ती और बुलाया बीकानेर: पुलिस के अनुसार पवन के साथ एक महिला भी थी। मोहाली, पंजाब की रहने वाली महिला ने पूछताछ में बताया है कि वह तलाकशुदा है। फेसबुक पर उसकी दोस्ती पवन से हुई। वह पवन से मिलने यहां आई, पवन उसे लेकर देशनोक करणी माता मंदिर सहित एक दो अन्य स्थानों पर गया। उसे नहीं पता था कि पवन फर्जी अधिकारी है।

हालांकि पुलिस अभी भी महिला की भूमिका की जांच कर रही है।

-लालजी, कैप्टन बार व चौपाटी के पिज्जा वाले को ठगा: पुलिस के अनुसार आरोपी पवन ने खुद क्राईम ब्रांच का आईपीएस बताया। इस्लामुद्दीन से कार किराए पर ली तो उसे कार की सीटें बदलवाने को कहा। ड्राईवर ने सीटें भी बदलवा ली। इतना ही नहीं कार के आगे भारत सरकार ऑन ड्यूटी का टोकन लगाया। आरोपी ने इस्लामुद्दीन को कहा कि कार में सायरन भी लगाना पड़ेगा। उसने कलेक्टर को आवेदन किया है। आशंका है कि अगर वह नहीं पकड़ा जाता तो सायरन भी लगवा लेता।

पुलिस के अनुसार आरोपी ने खुद को क्राईम ब्रांच का आईपीएस अधिकारी बताकर लालजी होटल से मुफ्त में मिठाईयां आदि ली। कैप्टन बार में रोज रात मुफ्त की शराब पी रहा था। वहीं राजीव गांधी मार्ग स्थित चौपाटी पर पिज्जा बर्गर वालों को धमकाकर पिज्जा बर्गर आदि लिया। पुलिस पूछताछ में अन्य प्रतिष्ठानों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

-लोगों को सरकारी नौकरी लगाने की भी बात: आरोपी क्या काम धंधा करता है, यह अभी पता नहीं चला है। प्राथमिक पूछताछ में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का धंधा करने की आशंका हुई है।

-एंटी करप्शन व ह्यूमन राइट्स का कैसे हो सकता है प्राइवेट रजिस्ट्रेशन: यह पवन प्रजापत ऑल इंडिया एंटी करप्शन एंड ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन का राष्ट्रीय युवा सचिव बताया जा रहा है। उसके पास इस संस्था का कार्ड मिला है। सवाल यह है कि आख़िर सरकार ने एंटी करप्शन व ह्यूमन राइट्स के नाम से किसी प्राइवेट संस्थान को रजिस्ट्रेशन कैसे दे दिया ? पिछले कई सालों में यह एनजीओ धड़ल्ले से नाम का फायदा उठा रहा है। बीकानेर सहित देशभर में इस एनजीओ ने जिला व प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी बना रखे हैं। पवन के आईडी कार्ड पर भी लिखा है, रजिस्टर्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडियन गवर्नमेंट एंड स्टेट गवर्नमेंट्स।

-पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, हो सकते हैं बड़े खुलासे : पुलिस ने आरोपी पवन के खिलाफ प्रतिरूपण व लोक सेवक के टोकन धारण करने से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं महिला की भूमिका की जांच कर रही है। आशंका है कि महिला के साथ भी पवन ने चार सौ बीसी की है।