नापासर टाइम्स। लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा का केंद्र पूनरासर धाम में बीकानेर जिले का सबसे बड़ा तीन दिवसीय मेला महोत्सव ऋषि पंचमी को प्रारंभ हो गया। रविवार को पुजारी परिवार की ओर से ध्वजारोहण किया गया। राजस्थान सहित हरियाणा, पंजाब, यूपी, एमपी, दिल्ली से आए भक्तों ने पंक्तिबद्ध होकर बालाजी के दर्शन किए और धोक लगाई। भक्तों ने खेजड़ी बालाजी मंदिर में माथा टेका। यहां स्थित खेजड़ी को मोली बांधकर श्रद्धालुओं ने मन्नतें भी मांगी। मेले के चलते मंदिर परिसर को विशेष रोशनी से सजाया गया। बाहर से आए श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मंदिर परकोटे में बने कमरों सहित जयराम धर्मशाला, श्रीराम भवन में व्यवस्थाएं की गई व श्रीराम भोजनालय, जयराम धर्मशाला में बाबा का भंडारा चला।
पुजारी परिवार के प्रवासी सदस्य पहुंचे, मंगलवार को होगा विशेष श्रृंगार।
मेले में व्यवस्था सहयोग के लिए पुजारी परिवार के प्रवासी सदस्य पहुंच गए है। ट्रस्ट के मंत्री महावीर बोथरा ने बताया कि मेले में व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुवाहाटी, कोलकाता, अहमदाबाद, सूरत सहित देश के विभिन्न इलाकों में रहने वाले पुजारी परिवार के सदस्य पहुंच चुके है। बोथरा ने बताया कि मंगलवार को तड़के पांच बजे पूनरासर बाबा का विशेष श्रृंगार व पूजा-अर्चना के साथ ही ज्योत दर्शन का आयोजन होगा। इधर, खेजड़ी बालाजी मंदिर के पास स्थित हनुमान चौकी एवं विश्वकर्मा सूत्रधार धर्मशाला में सोमवार दोपहर बाद श्री रामचरितमानस के सस्वर पाठ शुरू होंगे, जो कि मंगलवार दोपहर तक चलेंगे। मेले में बाहर से आए श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए बीकानेर की संस्थाओं ने टेंट लगाकर सेवाएं देनी शुरू कर दी है।
हाईवे पर पदयात्रियों का जाम।
बीकानेर से जातरूओं की रवानगी रविवार शाम होते होते परवान पर हो गई एवं रात नौ बजे तो हालात यह हो गई कि हल्दीराम प्याऊ से बाईपास तक पदयात्रियों से ही हाईवे पूरी तरह से भर गया एवं पदयात्रियों का जाम लग गया। जाम के कारण ऊंटगाड़े, मोटरसाईकिलों पर सवार लोग खासे परेशान हुए है। हालांकी हाईवे वाहनों के लिए बंद है लेकिन बीकानेर से रवाना हुए हजारों श्रृद्धालुओं से ही हाईवे जाम हो गया है।
प्रशासन मुस्तेद, किए अनेक बंदोबस्त ।
स्थानीय प्रशासन उपखंड अधिकारी उमा मित्तल के निर्देशन में मुस्तेद है वहीं जिला प्रशासन भी मेले के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए सक्रिय है। सैंकड़ो पुलिस कर्मी पूनरासर में तैनात किए गए है। मित्तल द्वारा टूटी सड़कों के गड्ढे भरे गए है। वहीं पानी बिजली संबंधी व्यवस्थाओं को दुरस्त करवाया गया है जिससे यात्रियों को परेशानी ना हो।