नापासर टाइम्स। पिता ने अपने 10 साल के बेटे को जान से मारने के लिए तालाब में धक्का दे दिया। बेटा जाने बचाने के लिए हाथ-पैर मारता रहा। पानी से बाहर आने लगा तो पिता खुद तालाब में उतरा और गहरे पानी की तरफ खींचकर ले गया। बेटे को मारने की कोशिश में पिता की भी डूबने से मौत हो गई।
आरोपी पिता का शव शुक्रवार शाम को मिल गया। वहीं, बच्चे की बॉडी शनिवार सुबह मिली है। हादसा बीकानेर शहर से 50 किमी दूर कोलायत में कपिल सरोवर का है। मृतक जितेंद्र ओझा (48) और जयंत (10) शहर के मोहता चौक निवासी है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी
जितेंद्र ओझा शुक्रवार को अपने बेटे जयंत को स्कूल लेने गया था। बेटे को घर न ले जाकर जितेंद्र उसे 3.30 बजे कपिल सरोवर ले गया। तालाब के पास स्कूल बैग देखकर लोगों ने कोलायत पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने बैग देखकर स्कूल संचालक को फोन किया। इसके बाद पहचान कर परिजनों को जानकारी दी गई।
इसके बाद वहां लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। उसमें नजर आ रहा है कि सेल्फी पॉइंट के पास जितेंद्र ओझा अपने बेटे के साथ खड़ा था। दोनों आपस में बात कर रहे थे। कुछ देर बाद बेटे को तालाब के किनारे पर लेकर पहुंचा और धक्का दे दिया। किनारे पर होने के कारण बच्चा बाहर आने लगा। इस पर पिता खुद तालाब में कूदा और उसे गहरे पानी में लेकर गया। डूबने से पिता की भी मौत हो गई।
पत्नी को कहा था- ‘हम 15-20 मिनट में आ रहे हैं’ जितेंद्र को आखिरी कॉल उसकी पत्नी ने किया था। कॉल पर बेटे की आवाज आ रही थी। पत्नी ने पूछा था- जयंत को बस में लेकर कहां जा रहे हैं? इस पर पिता ने कहा- हम 15-20 मिनट में आ रहे हैं। इतना कहने के बाद फोन स्विच ऑफ कर दिया। इसके बाद स्कूल संचालक का फोन आया और हादसे की जानकारी मिली। जितेंद्र ओझा सेल्समैन का काम करता था।
हादसे के बाद परिवार भी हैरान
जितेंद्र ने बेटे को क्यों मारा? और खुद की भी जान चली गई। फिलहाल इसका कारण सामने नहीं आया है। मृतक के ताऊ के लड़के आशाराम ओझा ने बताया कि गुरुवार रात को चाचा के घर खाना था। उनके हाव-भाव से नहीं लगा कि वे परेशान है। अचानक ऐसा कदम उठाने पर पूरा परिवार सकते में है। बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। बेटे को मारने के पीछे क्या कारण है, ये भी अभी स्पष्ट नहीं हैं।