राजस्थान के नए जिलों में बीजेपी को दोगुनी सीटें मिलीं: 51 में से 29 सीटें जीतीं; 8 जिलों में कांग्रेस का खाता नहीं खुला

    नापासर टाइम्स। चुनावी साल में नए जिले बनाने का कांग्रेस को फायदे नहीं हुआ है। नए जिलों की 51 सीटों में बीजेपी को 2018 की तुलना में लगभग दोगुनी सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस की सीटें कम हो गई हैं। इन 51 सीटों में से बीजेपी ने 29 सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने 20 और

    निर्दलीयों ने 2 सीटें जीती हैं। 2018 में 51 सीटों में से 26 कांग्रेस, 15 बीजेपी, 4 बसपा और एक आरएलपी ने जीती थी जबकि 5 निर्दलीय जीते थे।

    17 में से आठ नए जिलों में तो कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला। इनमें कोटपूतली-बहरोड़, शाहपुरा, ब्यावर, डीग, फलोदी, दूदू, केकड़ी और सलूंबर शामिल हैं।

    गहलोत सरकार ने चुनावी साल में नए जिले बनाकर उनका खूब प्रचार-प्रसार किया था। चुनावी नतीजों से साफ है कि नए जिलों से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा है।

    जयपुर ग्रामीण : कांग्रेस को 3 सीटों का फायदा, बीजेपी को एक सीट का नुकसान

    जयपुर ग्रामीण जिले की 7 सीटों में से इस बार कांग्रेस ने 5 और बीजेपी ने 2 सीटें जीती हैं। 2018 में यहां बीजेपी ने 3 और कांग्रेस ने 2 सीटें जीती थीं, 2 निर्दलीय जीते थे। इस बार कांग्रेस को तीन सीटों का फायदा हुआ।

    कोटपूतली-बहरोड़ : चारों सीटों पर कांग्रेस हारी कोटपूतली-बहरोड़ जिले की चारों सीटों पर कांग्रेस हार गई है। 2018 में यहां बीजेपी का खाता नहीं खुला था। कांग्रेस ने तीन सीटें जीती थीं। एक सीट निर्दलीय ने जीती थी। इस बार यहां कांग्रेस का खाता नहीं खुला।

    दूदू, केकड़ी, सलूंबर में कांग्रेस का खाता ही नहीं खुला कांग्रेस नए बनाए गए तीन छोटे जिलों में भी हारी है। सीएम के सलाहकार बाबूलाल नागर के दबाव में केवल एक उपखंड दूदू को जिला बनाया, लेकिन यहां से कांग्रेस हार गई। केकड़ी से पूर्व मंत्री रघु शर्मा और सलूंबर से रघुवीर मीणा चुनाव हार गए। पिछली बार सलूंबर से बीजेपी, केकड़ी से कांग्रेस और दूदू से निर्दलीय की जीत हुई थी।

    डीडवाना-कुचामन : कांग्रेस को एक सीट का नुकसान डीडवाना-कुचामन जिले की पांच सीटों में से पिछली बार की तुलना में कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ है। इस बार 5 सीटों में से 3 कांग्रेस, एक बीजेपी और एक निर्दलीय को मिली है। 2018 में पांच में से चार सीट कांग्रेस और एक बीजेपी को मिली थी।

    सांचौर : पिछली बार की तरह एक सीट सांचौर में पिछली बार भी कांग्रेस को एक सीट मिली थी। इस बार भी एक ही सीट मिली है। पिछली बार कांग्रेस ने सांचौर सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार रानीवाड़ा सीट पर जीत हुई है। सांचौर सीट निर्दलीय के खाते में गई है।

    नीमकाथाना : कांग्रेस-बीजेपी को 2-2 सीटें

    नीमकाथाना में इस बार कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही 2-2 सीटें जीती हैं। पिछली बार यहां बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। कांग्रेस ने तीन सीटें जीती थीं। एक