नापासर टाइम्स। बीकानेर जिले की सात सीटों पर चुनाव करवाने के दौरान निर्वाचन विभाग के लिए बड़ी चुनौती उन 647 बूथों की हैं जिन्हें क्रिटिकल माना जाता है। क्रिटिकल होने का मतलब यह है कि पिछले चुनावों में यहां वोटिंग बिहेवियर नॉर्मल नहीं रहा है। मसलन, कई जगह 75 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है और कुल वोट में से भी 75 प्रतिशत से ज्यादा एक ही पार्टी या कैंडीडेट को वोट पड़े हैं। कई जगह पूरे-पूरे परिवार वोटिंग से गायब रहे हैं। ऐसे ही कई और कारण है जिनकी वजह से पोलिंग बूथों को क्रिटिकल माना गया है। ऐसे में बूथों में सबसे ज्यादा 144 बूथ कोलायत के हैं। जानिये कौनसे विधानसभा क्षेत्र में कितने क्रिटिकल बूथ हैं।
जानिए कहां, कितने क्रिटिकल बूथ :सर्वाधिक क्रिटिकल केन्द्र कोलायत के हैं । यहां 114 मतदान केंद्र इस श्रेणी में चिन्हित किए गए हैं। लूणकरणसर के 103, नोखा के 85, खाजूवाला के 95 , बीकानेर पश्चिम के 90 तथा बीकानेर पूर्व के 87 बूथों को क्रिटिकल बूथ की श्रेणी में रखा गया है। श्री डूंगरगढ़ विधानसभा में सबसे कम मतदान केंद्र इस श्रेणी में है। यहां 73 मतदान केंद्र क्रिटिकल बूथ के रूप में चिन्हित किए गए हैं।
क्रिटिकल बूथों पर ये इंतजाम :
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वनरेबल हेमलेट वाले स्थानों पर विशेष नजर रखी जा रही है साथ ही एस एस टी और सेक्टर अधिकारियों द्वारा भी इन क्षेत्रों में विशेष रूप से सक्रिय होकर काम किया जा रहा है। माइक्रो आब्जर्वर भी ऐसे बूथ के संबंध में सूचनाएं उपलब्ध करवाएंगे। कोई भी व्यक्ति मतदाताओं को प्रभावित करने, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन व चुनाव प्रकिया में जुड़ी अन्य शिकायत सी विजिल एप पर कर सकता है या शिकायत व सुझाव टोल फ्री नंबर 1950 पर भी किए जा सकते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कानून व्यवस्था का उल्लंघन करते पाए जाने पर किसी भी व्यक्ति के साथ रियायत नहीं बरती जाएगी। प्रत्येक मतदाता बिना किसी दबाव के संवैधानिक अधिकार का प्रयोग कर सके इस संबंध में निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों की सख्ती से अनुपालना करवाई जा रही है।