नापासर टाइम्स। विश्व प्रसिद्ध करणी माता मंदिर से शनिवार सुबह नौ बजे पालकी यात्रा निकलेगी। अवसर होगा माँ करणी के 637वें जन्मदिन का। नवरात्र में इस दिनों देशनोक कस्बे में हजारों लोग पहुंच रहे हैं। सुबह से लेकर रात तक लंबी कतारें लगी रहती है। अब नवरात्र की सप्तमी से लेकर नवमी तक प्रतिदिन विशेष आयोजन होंगे। इसके लिए मंदिर परिसर सहित आस-पास के क्षेत्र को रंग- बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। सबसे बड़ा आयोजन मां करणी के जन्मोत्सव के दिन ही मनाया जाएगा। इस दिन देशभर से हजारों श्रद्धालु धोक लगाने आएंगे। मां की पालकी के दर्शन करने के लिए शोभायात्रा में शामिल होंगे। श्री करणी मंदिर निजी प्रन्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष बादल सिंह बताते हैं कि नवरात्र में तो विशेष आयोजन होते ही हैं। इसके साथ माँ करणी के जन्मोत्सव को हम धूमधाम से मनाते हैं। 1958 से करणी मंदिर से लेकर तेमड़ाराय मंदिर तक लकड़ी की पालकी पर मां के तैलचित्र के साथ शोभायात्रा निकाली जा रही है। इस बार पहली बार है जब माँ की पालकी चांदी से सजी है। एक भामाशाह ने इस साल ही चांदी से मां की पालकी को तैयार करवाया है। शनिवार सुबह नौ बजे निज मंदिर से प्रारंभ होगी जो तेमड़ाराय मंदिर जाकर दोपहर एक बजे वापस मंदिर आकर ही पूर्ण होगी। पालकी को साल में एक बार ही खजाने से बाहर निकाला जाता है। शुक्रवार शाम को विधि-विधान से पालकी को खजाने से बाहर निकालकर उसे सजाया गया है। चांदी के फ्रेम में मां करणी की तस्वीर को स्थापित किया जा चुका है। कस्बे में जगह-जगह पुष्प वर्षा से शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा