नापासर टाइम्स। डांसर और बिग बॉस फेम गौरी नागौरी उर्फ तस्लीमा राजस्थान की सियासत में एंट्री लेने वाली है। इस बात का ऐलान खुद गौरी नागौरी ने वीडियो रिलीज कर किया है।
इसमें वे कह रही हैं कि- मैं गौरी नागौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रही हूं। हम सब मिलकर नागौर में बदलाव लाएंगे और एक विकसित खुशहाल नागौर बनाएंगे।
गौरी नागौरी से बात कर ये जानने का प्रयास किया कि वो किस पार्टी से चुनाव लड़ने वाली हैं? डांसिंग से अचानक पॉलिटिक्स में उतरने का विचार कैसे आया? नागौर विधानसभा सीट को ही क्यों चुना? जनता के बीच चुनावी प्रचार के लिए कब उतरेंगी?
*सबसे पहले सुनिए गौरी नागौरी का ऐलान क्या है?*
‘मैं आपकी गौरी नागौरी आपसे कुछ जरूरी बात करना चाहती हूं। आपको पता ही होगा कि राजस्थान में चुनाव होने वाले है और इस बार भी वहीं हर बार वाले घिसे-पिटे लोग चुनाव लडने वाले हैं। ये वो हैं, जिन्होंने कभी आम लोगों की सुविधाओं और हक की बात नहीं की। लेकिन अब नहीं, क्योंकि इस बार अपने लोगों के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ने मैं मैदान में आ रही हूं। मैं गौरी, नागौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रही हूं। हम सब मिलकर नागौर में बदलाव लाएंगे और एक विकसित खुशहाल नागौर बनाएंगे। मुझे विश्वास है कि आप मुझे अपना सपोर्ट और साथ जरूर देंगे।’
*भास्कर : डांसिंग, बिगबॉस और फिर अचानक से पॉलिटिक्स में एंट्री की घोषणा, चुनाव लड़ने का ख्याल क्यों आया ?*
गौरी नागौरी : मैं राजस्थानी हूं। नागौर की हूं। अब तक जो भी कामयाबी मुझे हासिल हुई है, वो वहां के लोगों के सपोर्ट से ही हुई है। मेरी अब दिली ख्वाहिश है कि मैं अपने लोगों के लिए काम करूं। उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ पाउं। इसलिए मैंने अब चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
*भास्कर : किसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगी या निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतरना चाहती हैं ?*
गौरी नागौरी : अबतक तो जो भी कामयाबी मुझे मिली है, वो अकेले ही मिली है। जीवन में जो भी संघर्ष किया है, वो अकेले ही तो किया है। ऐसे में फिलहाल तो मैं अकेले मतलब इंडिपेंडेंट (निर्दलीय) ही मैदान में हूं। हालांकि सभी पार्टियों के ऑफर मेरे पास आ रहे हैं। किस पार्टी में जाना है, इस पर कोई अभी मैंने डिसीजन नहीं लिया है। फैमिली और टीम के साथ बातचीत कर तय किया जा रहा है। जो भी डिसीजन लूंगी, वो जल्द ही आपके सामने होगा।
*भास्कर : नागौर से ही क्यों चुनाव लड़ने जा रही है ?*
गौरी नागौरी : मैं नागौर की बेटी हूं। मैं वहां अपने लोगों के लिए बहुत कुछ अच्छा करने वाली हूं। इसका पूरा प्लान मेरे पास है। उनके लिए काम करने के मकसद से ही मैंने नागौर से चुनाव लड़ने का डिसीजन लिया है।
*भास्कर : पॉलिटिक्स में आ रही हैं तो कोई न कोई पसंदीदा नेता होगा या फिर कोई आइडल?*
गौरी नागौरी : नहीं ऐसा कोई विशेष नहीं है। हालांकि देश-दुनिया में कई शानदार नेता हैं। उन्हें देखते भी आए हैं, लेकिन वो कहते हैं न कि राजनीति तो अपने दिमाग से ही होती है, तो अब मैं भी अपने ही दिमाग से राजनीति के गेम को खेलने वाली हूं।
*भास्कर : आपने जो वीडियो जारी किया उसमें नागौर से चुनाव लड़ने के साथ-साथ नेताओं को घिसे-पिटे जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है?*
गौरी नागौरी : देखिये, हर बार वहीं नेता वहां चुनाव लड़ते हैं। हारते रहते हैं, कभी जीत भी जाते हैं। वो वहां कोई काम तो करते नहीं है। इसलिए मैंने उन्हें घिसे-पीटे नेता बोला था। अब मैं वहां दबाकर काम करना चाहती हूं। सब लोग मुझे सपोर्ट करें और विजय दिलाए।
*भास्कर : डांसिंग और मॉडलिंग करियर से राजनीति में लोगों की समस्याओं के लिए समय कैसे निकाल पाएंगी?*
गौरी नागौरी : मॉडलिंग और डांसिंग कर रही हूं, लेकिन अब एक इच्छा है कि नागौर के लोगों के लिए काम करूं और उनकी सेवा करूं। अपने लोगों के साथ बैठ उनके दुख-दर्द सुनूं। उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास करूं। इसके लिए मेरे पास भरपूर समय रहेगा।
*नागौर विधानसभा सीट के क्या हैं समीकरण?*
यहां मौजूदा विधायक वयोवृद्ध नेता मोहनराम चौधरी हैं। RSS बैकग्राउंड के मोहनराम कुछ समय पहले तक पार्टी के जिलाध्यक्ष भी थे। उनसे पहले 2008 और 2013 में 2 बार कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले हबीबुर्ररहमान विधायक बने थे। साल 2018 में टिकट कटने के बाद हबीबुर्रहमान वापस कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा। उन्हें मोहनराम चौधरी के सामने हार मिली थी। साल 2003 में यहां से गजेंद्र सिंह बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे। नागौर विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या बड़ी तादाद में है।
*कौन है गौरी नागौरी?*
राजस्थान के मेड़ता शहर की 24 साल की तस्लीमा बानो डांसिंग और मॉडलिंग की दुनिया में गौरी नागौरी के नाम से पहचान रखती हैं। गौरी के लिए डांस कभी भी आसान नहीं रहा। एक बार एक घरेलू कार्यक्रम में नाचता देखकर मां बेगम और पिता नूर मोहम्मद इतना नाराज हो गए कि उन्होंने 12 दिन तक कमरे में बंद रखा था। वो नहीं मानी, तो इस पर उसकी जमकर पिटाई भी की गई थी।
*स्कूल प्रोग्राम में डांस में किया टॉप तो पिता करने लगे सपोर्ट*
इसके बाद एक बार मेड़ता शहर में स्कूल के कल्चरल प्रोग्राम में गौरी को डांस परफॉर्म करना था। तब वह आठवीं में पढ़ती थीं। इसी प्रोग्राम में उसके पापा नूर मोहम्मद भी आए थे। परफॉर्मेंस के बाद उसे पहला स्थान मिला और वहां जमकर तालियां बजीं। टीचर्स से लेकर वहां मौजूद हर किसी ने पापा के सामने गौरी के डांसिंग टैलेंट की तारीफ की। इसके बाद नूर मोहम्मद उनके डांस को सपोर्ट करने लग गए। मां बेगम को डांस करना पसंद नहीं था।
*पिता की मौत पर छोड़ दिया था डांस, एक साल बाद दोबारा लौटीं*
गौरी के वालिद नूर मोहम्मद राजस्थान PWD में पोस्टेड थे। उनसे गौरी को बहुत प्यार था। साल 2010 में पिता के इंतकाल के बाद वो कुछ समय तनाव में रही और खुद को डांस की दुनिया से अलग कर लिया। सदमे से बाहर आईं और फिर से डांस की दुनिया में लौटीं। गौरी, कोलंबिया की इंटरनेशनल डांसर शकीरा को खुद की आइडल मानती है। शकीरा को फॉलो करते-करते ही उसने डांस शुरू किया था।
*’गौरी नाचे नागौरी नाचे’ सॉन्ग ने दिलाई पहचान*
गौरी नागौरी के शुरुआती दिनों में उनके ‘गौरी नाचे नागौरी नाचे’ सॉन्ग और इस में किए उनके डांस ने राजस्थान में तहलका मचा दिया था। इसके बाद लोग उनके डांस के दीवाने हो गए थे। हर प्रोग्राम में गौरी नागौरी के डांस की फरमाइश शुरू हो चुकी थी। इसी के बाद मेड़ता की तस्लीमा को उनकी रील लाइफ में उनके फैन्स गौरी नागौरी नाम से ही जानने लगे।
इस गाने में उनके डांस ने उन्हें एकाएक सुपरस्टार बना दिया था। इसके बाद तो गौरी ने सुपरहिट डांस सॉन्ग की लम्बी फेहरिस्त खड़ी कर डाली। पिछले साल 8 मई को रिलीज हुए उनके डांस सॉन्ग ‘घाघरों’ ने रीजनल म्यूजिक इंडस्ट्री में एक ही दिन में 16 मिलियन से ज्यादा व्यूज के साथ विश्व रिकॉर्ड को ब्रेक कर दिया था। उनसे पहले ये रिकॉर्ड पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के सॉन्ग के नाम था।
*बिग बॉस 16 में पार्टिसिपेट कर बटोरी थी सुर्खियां*
तस्लीमा उर्फ गौरी नागौरी ने फेमस टीवी शो बिग बॉस 16 में पार्टिसिपेट कर सुर्खियां बटोरी थी। एलिमिनेट होने से पहले लगभग हर वीक हुए नॉमिनेशन में वह हर बार सबसे ज्यादा वोटिंग में टॉप पर रही थीं। गौरी ने अपनी सादगी, हाजिर जवाबी और स्टैंड लेने के स्टाइल से फैंस के दिलों में जगह बनाई थी।