नापासर टाइम्स। जिले के ग्रामीण एरिया में किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं को अब निर्बाध बिजली की सप्लाई मिलेगी। जोधपुर डिस्कॉम ने 33 केवी के 36 नए एसएस का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस कार्य पर करीब 54 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सात जगहों पर जीएसएस का काम पूरा होगा,
जीएसएस का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस कार्य पर करीब 54 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सात जगहों पर जीएसएस का काम पूरा हो चुका है। इनमें बरसिंहसर, दंडी, लोडेरा, बीठनोख, पारवां, सिंहगुरु, रीको नापासर शामिल हैं। वहीं अंबासर, चावड़ाबस्ती, तोलियासर, हीरेई की ढाणी, झारेली, धीरदेसर चोटिया, चक जोड, डेलीतल्लई पर काम जारी है।
विभाग के मुताबिक 20 जगहों पर जीएसएस अभी और बनने हैं। इनमें बाधनू, सादासर, रामदेव मंदिर के पास नोखा, तलुडिया, मणकासर, देशनोक, कांकरवाला में जीएसएस निर्माण को लेकर आदेश हो चुके है। ग्रामीण एसई आरएस मीणा ने बताया कि जिन नौ जगहों पर काम चल रहा है। उन्हें जनवरी तक पूरा करने के आदेश ठेकेदार को दे रखे हैं, ताकि कृषि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली दे सके। प्रत्येक जीएसएस के निर्माण पर खर्च होंगे डेढ़ करोड़ रुपए बदले जाएंगे 49 ट्रांसफार्मर : कोलायत, देशनोक, नापासर, श्रीडूंगरगढ़, जसरासर, नोखा, बज्जू लूणकरणसर, खाजूवाला व छत्तरगढ़ के 39 जगहों पर
48 ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे। इनमें कई जगहों पर पुराने ट्रांसफार्मर रिप्लेस होंगे। कुछ जगहों पर ज्यादा क्षमता के लगाए जाएंगे। इस कार्य पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ट्रांसफार्मर बदले जाने से 15 हजार कृषि और 3 हजार घरेलू उपभोक्ताओं को फायदा होगा।
प्रत्येक जीएसएस निर्माण पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे करीब 80 प्रतिशत कनेक्शन एग्रीकल्चर के हैं। सभी एसएस का निर्माण पूरा होने से करीब दस हजार कृषि कनेक्शन धारकों के अलावा तीन हजार से ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली की सप्लाई मिलेगी। फॉल्ट कम आएंगे। लाइनें क्रैक नहीं होंगी। वोल्टेज पूरा मिलेगा।