नापासर टाइम्स। आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी योगेश यादव की सख्ती ने मोहता चौक का इतिहास बदल दिया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि दीपावली का त्योंहार शुरू होने के बावजूद मोहता चौक में जुआ नहीं खेला गया है। ख़बर लिखने तक मोहता चौक में पुलिस तैनात थी। चौक में कहीं भी जुए का नाम ही नहीं था।
बता दें कि धनतेरस से भैया दूज के अगले दिन तक मोहता चौक में खुल्लमखुल्ला जुआ खेला जाता है। सैकड़ों लोग जुआ खेलते हैं। पहले ये परंपरा परकोटे के भीतरी लोगों तक ही सीमित थी। मगर पिछले कुछ सालों से बाहरी लोग भी दीपावली पर होने वाली जुएबाजी में शामिल होते हैं। कोरोना से ठीक पहले वाली दीपावली पर मोहता चौक में सैकड़ों जुआरियों की भीड़ थी। उस समय तत्कालीन आईजी को शिकायत मिली, जिसके बाद कोतवाली पुलिस को भागमभाग करनी पड़ी। लेकिन पुलिस के मोहता चौक से हटते ही फिर से जुआ शुरू हो जाता।
इस बार आईजी ओमप्रकाश पासवान ने पहले ही सख्ती के आदेश दे दिए थे। बता दें कि दीपावली पर जुआ खेलने का यह प्रचलन गरीबों को कंगाल कर देता है। वहीं खुल्लमखुल्ला जुआ खेलने की इस प्रवृत्ति से बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। छोटे छोटे बच्चे जुएबाजी देखते हैं, जुएबाजी सीखते हैं।
उल्लेखनीय है कि आईजी के निर्देश पर एसपी योगेश यादव ने हाल ही में एक स्पेशल टीम का गठन किया है। यह टीम एएसपी अमित कुमार बुडानिया के नेतृत्व में कार्य कर रही है। आईजी ओमप्रकाश इस टीम पर पूरी निगरानी रखे हुए हैं। इस टीम ने पिछले तीन दिनों में जुएबाजी के तीन अड्डों पर रेड कर करीब सत्तर जुआरियों को धरदबोचा है।